नीरी सिरप के फायदे एवं नुकसान | Neeri syrup uses in hindi.
Neeri syrup uses in hindi.. जब आपको किडनी से जुड़ी समस्या होती है तो ऐसे में सबसे ज्यादा Neeri syrup का उपयोग करने की सलाह दी जाती है.इसलिए यह जरूरी है कि आप जिस चीज का उपयोग कर रहें हैं क्या वह सही है या नहीं, इन बातों को जानना और ध्यान रखना भी जरूरी होता है.
इससे पहले भी हमने आपकी सुविधा के लिए paracetamol tablet से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ अन्य कई प्रकार की लैब टेस्ट और बीमारीयों के बारे में भी बताया है जिसे आप हमारे इस बेवसाइट पर पढ़ सकतें हैं.
तो इसलिए आज के इस पोस्ट “Neeri syrup uses in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि Neeri syrup क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. Neeri syrup पीने के क्या फायदे और नुकसान होतें हैं? इसके अलावा Neeri syrup से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे.
Neeri syrup uses in hindi. |
Neeri syrup क्या है? (What is Neeri syrup uses in hindi).
Neeri syrup एक आयुर्वेदिक औषधिय दवा है, जो खास तरह की जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है. यह Aimil company द्वारा बनाया जाता है. नीरी सिरप का उपयोग किडनी से जुड़ी समस्या जैसे किडनी संक्रमण, पथरी, पैशाब में जलन जैसी अन्य कई समस्याओं में भी किया जाता है.इसलिए इसे Neeri KFT syrup भी कहा जाता है.
चूकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए इसका कोई खास साइड इफैक्ट नहीं होता है. फिर भी हमारे तरफ से आपकों यही सलाह होगीं कि किसी भी दवा का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें.
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Neeri syrup की सामग्री (Ingredients of neeri syrup in Hindi) –
Neeri syrup एक आयुर्वेदिक दवा है जो अनेकों तरह की जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है. Neeri syrup के इंग्रेडिएंट्स हैं –
- बर्गेनिया लिगुलाटा
- ब्यूटा मोनोस्पर्मा
- बोहेराविया डिफुसा
- कृतैवा
- दारुहरिद्रा
- डोलिकोस बिफ्लोरस
- लज्जलु
- मूलिशर
- लीसियम एक्सट्रेक्ट
- छरिल्ला
- पंचत्रिं मूल
- शीतल चीनी
- इक्षु
- सेंधा नमक
- मकोया
इसके अलावा इसमें शिलाजीत,शुद्ध श्वेत पर्पटी और गोखरू को भी मिलाकर बनाया जाता है.
Aimil Neeri Syrup में उपस्थित जड़ी-बूटियों के फायदे –
Neeri syrup का उपयोग क्यों किया जाता है?
Neeri syrup का उपयोग खासकर कर किडनी से जुड़ी समस्याओं में किया जाता है. इसके अलावा और भी कई समस्याओं में इसका उपयोग किया जाता है.जो इस प्रकार है –
- मूत्र पथ के संक्रमण
- गैस्ट्रिक जलन
- कम मूत्र उत्पादन के लिए
- दर्द
- जीवाणु संक्रमण
- लीवर सिरोसिस
- पेट की समस्या
- अत्यधिक प्यास
- भूख में कमी
- पाचन रोग
- मधुमेह
- मिरगी
- जोड़ो में दर्द
- गर्भाशय रक्तस्राव विकार में
इसके अलावा पैशाब से जुड़ी अन्य समस्याओं और अन्य बीमारियों में भी इसका उपयोग किया जाता है.
नीरी सिरप कैसे काम करती है ?( How neeri syrup works in hindi)-
नीरी सिरप का इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अनुसार किया जाना चाहिए.यह प्रोस्टेट, मूत्र कैलकुली और मूत्र पथ की बीमारी जैसी कई अन्य समस्याओं का निदान करने हेतु काम में लाया जाता है.
इसमें ऐसे एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबिक्ट्रीयल गुण मौजूद होते हैं.जो मूत्राशय से जुड़े संक्रमण को कारगर रूप से दूर करने में सहायता करते हैं. यह मूत्राशय की ताकत को बढ़ाकर प्रोस्टेटिक की जटिलता को कम करता है.नीरी सिरप प्रयोग गुर्दे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है.
नीरी सिरप के फायदे (Benefits of Neeri Syrup in Hindi)-
- Neeri syrup पेशाब में जलन की समस्या को दूर करता है.
- मूत्र मार्ग संक्रमण को दूर करता है.
- किडनी की पथरी को धीरे-धीरे कम करता है.
- UTI infection की समस्या को दूर करता है.
- मूत्र से जुडी लगभग सभी समस्याओं के ईलाज में इसका प्रयोग किया जाता है.
- प्रोस्टेट के खतरे को रोकता है.
- पेशाब की अनियमित्तता को दूर करता है.
- पैशाब के रास्ते में किसी भी तरह के दर्द को रोकता है.
- नेफ्रो-सुरक्षात्मक और इम्यूनो-मॉड्यूलेटर के रूप में काम करता है.
इसके अलावा यह Acidity के कारण होने वाली जलन को दूर करता है.जेनिटोरिनरी ट्रैक्ट विकार को दूर करने में सहायता करता है.इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है.बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर करता है.पाचन को बढ़ावा देता है और इन्फ्लेमेशन को कम करता है.
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Neeri syrup लेने का सही तरीका –
Neeri syrup की खुराक उम्र के अनुसार अलग-अलग होता है जैसे कि यदि कोई बच्चा जो 5-10 या 12 साल का है तो उसे लगभग 5 ml सिरप ,दिन में दो बार या तीन बार लेना चाहिए और
यदि वह युवा है जिसकी उम्र 15-25 है तो उसे लगभग 5-10 ml सिरप ,दिन में 2-3 बार दिया जाता है. इस तरह इससे ज्यादे उम्र के लोगों को भी 10 ml की खुराक ही दिन में 2-3 बार लेने की सलाह दी जाती है.
इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से पूछ सकतें हैं जो आपको आपकी स्थिति के अनुसार सही जानकारी दे सकते हैं.
नीरी सिरप के साइड इफ़ेक्ट क्या होता है ?(Side effects of Neery Syrup in Hindi).
वैसे तो यह एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके कुछ साइड इफैक्ट निम्न है –
नीरी सिरप का अधिक इस्तेमाल से हाइपरटेंशन जैसी समस्या को जन्म दे सकता है.बिना आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.यदि इसे लेने से किसी प्रकार की एलर्जी हो तो अपने चिकित्सक को बताएं.इसका अधिक इस्तेमाल से रक्तचाप की समस्या का कारण बन सकता है.
Neeri syrup से जुडी सावधानियां –
- अक्सर बच्चों को नीरी सिरप का सेवन करने से मना किया जाता है या फिर इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
- जबकि स्तनपान करवाने वाली महिला को डॉक्टर की सलाह के बिना इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- यदि आपका हाल ही में कोई सर्जरी हुई है तो इसका सेवन न करें.
- यदि आप डॉक्टर द्वारा बताये गए खुराक से अधिक खुराक लेते हैं तो यह नुकसानदेय हो सकता है.
- इसके इस्तेमाल के दौरान शराब नहीं पीनी चाहिए.
- ब्लड-प्रेशर की समस्या है तो डॉक्टर से राय लेने के बाद ही इसका सेवन करें.
- स्तनपान कराने वाली माताओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
यदि आपको रक्तस्राव की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें.
Neeri syrup की कीमत कितनी होती है?
नीरी सिरप के 200 ml वाले पैक की कीमत 220 रूपए होती है. इसके अलावा इसके अन्य पैक की कीमत अलग-अलग हो सकती है.
Neeri syrup स्टोर कैसे करें ? (How to store Neeri syrup uses in hindi) –
Neeri syrup को स्टोर करने के लिए किसी खास तापमान की जरूरत नहीं होती है. इसे आप अपने रूम के तापमान पर ही रख सकतें हैं. परन्तु ध्यान रहें कि यह ज्यादे सूर्य की रोशनी वाली जगह या ज्यादा ठंडा जगह में नहीं रहना चाहिए. और जब भी इसका इस्तेमाल करें तो उसके बाद धक्कन को अच्छे से लगा दें.
Note -इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल आपकी शिक्षा के लिए है.अत: इस पोस्ट के द्वारा आपको इस प्रकार की किसी भी दवाई को बिना डॉक्टर की सलाह के लेने को नहीं कहता.
FAQ for Neeri syrup uses for kidney stone –
Neeri syrup एक आयुर्वेदिक औषधिय दवा है, जो खास तरह की जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है. यह Aimil फार्मास्यूटिकल कम्पनी द्वारा बनाया जाता है.
नीरी सिरप का उपयोग खासकर गुर्दे से जुड़ी समस्या होने पर की जाती है. जैसे कि गुर्दे की पथरी, मूत्र संक्रमण, पैशाब में जलन और किडनी से जुड़ी अन्य कई समस्याओं में काम आता है.
Neeri syrup में ऐसे एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबिक्ट्रीयल गुण मौजूद होते हैं.जो मूत्राशय और गुर्दे से जुड़े संक्रमण को कारगर रूप से दूर करने में सहायता करते हैं.
नीरी सिरप का उपयोग भोजन से पहले या बाद में किया जा सकता है.परन्तु किसी भी प्रकार की दवाइयों का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
नीरी सिरप के 200 ml वाले पैक की कीमत 220 रूपए होती है. इसके अलावा इसके अन्य पैक की कीमत अलग-अलग हो सकती है.
जी हाँ, किडनी से जुड़ी कई तरह की समस्याओं में नीरी सिरप का उपयोग किया जा सकता है. क्यों कि इसमें कई ऐसे जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है जो आपकी किडनी फंक्शन के लिए बहुत ही लाभदायक होता है.
Conclusion (Neeri syrup uses in hindi) –
आज के इस पोस्ट “Neeri syrup uses in hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि neeri syrup का उपयोग क्यों किया जाता है और यह किस काम में प्रयोग किया जाता है तथा नीरी सिरप के क्या फायदे एवं नुकसान होते हैं. इन सबके बारें में जाना.
आशा करता हूं कि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और भी इसी तरह की स्वस्थ्य से जुड़ी जानकारीयों और बीमारीयों के बारे में जानने के लिए हमारे इस ब्लॉग को लगातार पढ़े और शेयर करें. धन्यवाद.