बालतोड़ का दवा और घरेलू उपचार | Baltod Ka Ilaj Aur Dawa in Hindi

 बालतोड़ का दवा और घरेलू उपचार | Baltod Ka Ilaj Aur Dawa in Hindi

आज के इस पोस्ट “Baltod ki dawa in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि Baltod क्यों होता है और इसके कौन-कौन से कारण होतें हैं. साथ ही आप जानेंगे कि Baltod की समस्या से राहत कैसे पाए. इसके अलावा बालतोड़ का दवा और घरेलू इलाज के बारे में भी जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

    Baltod

    त्वचा में होने वाली परेशानियों में से एक बालतोड़ भी है. बालतोड़ के फोड़े भी त्वचा संक्रमण का ही एक प्रकार है. इस संक्रमण में सबसे पहले संक्रमित त्वचा लाल होने के बाद एक दर्दनाक गांठ विकसित हो जाती है. इसके बाद ये गाँठ चार से सात दिनों के पश्चात सफेद होने लगती है. 

    फिर इसमें मवाद इकट्ठा होने लगता है. बालतोड़ के फोड़े आमतौर पर चेहरे, गर्दन, बगल, कंधे और कूल्हे पर होते हैं. लेकिन जब यही फोड़ा पलकों पर होता है तब इसे आंख की बिलनी कहकर पुकारा जाता है. वहीँ यदि एक साथ कई फोड़े समूह में होते हैं तो इसे गंभीर प्रकार का संक्रमण, नासूर कहा जाता है.  आइए बालतोड़ के फोड़े का के उपचार के तरीके समझें.

    बालतोड़ के प्रकार –

    बालतोड़ शरीर के विभिन्न भागों में होता है| शरीर के विभिन्न भागों में फोड़े-फुंसी होती है जिन्हें अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है| बालतोड़ के मुख्य तौर पर तीन प्रकार है जोके इस प्रकार से हैं –

    हाइड्राडेनाइटिस सुपराटीवा – 
    यह प्रकार का क्रॉनिक त्वचा का रोग है| इसके अंदर दर्द भी बहुत होता है और फोड़े पर गांठ भी बन जाती है| इस प्रकार के बालतोड़ मुख्य तौर पर शरीर के उन भागों में होते हैं जहां त्वचा एक साथ रगड़ खाती रहती है| इसमें बगल और जांघे मुख्य तौर पर शामिल है| इस स्थिति में फोड़े पर काफी मात्रा में पीक भर जाता है|

    नासूर – 

    यह भी प्रकार का त्वचा का संक्रमण है, जिसके अंदर एक साथ समूह में कई फोड़े हो जाते हैं| शंकर में जगह पर इससे एक गांठ बन जाती है| यह गाढवाचा में काफी गहरी होती है| ज्यादातर ऐसी स्थिति में मवाद यानी पीक बन जाती है|

    पाइलोंनीडल क्रिस्ट – यह नितंबों के बीच में हेयर फॉलिकल के चारों तरफ होता है| इंफेक्शन के कारण वहां फोड़ा हो जाता है| इसलिए इसे भी बाल तोड़ के एक प्रकार में माना गया है|

    बालतोड़ के कारण (Baltod Ke Karn in Hindi) –

    Baltod Ka Ilaj करने से पहले आपको इसके कारण जानना आवश्यक है| अगर किसी भी समस्या के जन्म लेने का कारण ज्ञात हो तो उसका इलाज करना आसान हो जाता है| इसके अलावा व्यक्ति परहेज कर कर उससे बच भी सकता है| बालतोड़ होने के कारण इस प्रकार से हैं –

    ऐसे तो बालतोड़ होने के कई कारण है लेकिन इसका जो सबसे मुख्य कारण है वह है स्टेफिलोकोकस ऑरियस नामक बैक्टीरिया| यह जीवाणु किसी भी छोटे घाव या चोट से शरीर में दाखिल हो जाता है| एक बार शरीर में प्रवेश कर लेने के बाद यह बालकुम में जाकर इंफेक्शन को फैलाता है| इस इंफेक्शन को बालतोड़ कहा जाता है|

    काफी बार बालतोड़ डायबिटीज के कारण भी होता है|

    बालतोड़ काफी बार नाक में भी हो जाता है ऐसा नाक में जमा जीवाणु के कारण होता है|

    व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक प्रणाली खराब या कमजोर होना, या उसके शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी होना भी, बालतोड़ को जन्म देने का कारण बनता है|

    जो लोग रसायन युक्त उत्पादों का प्रयोग करते हैं और त्वचा की साफ सफाई का ध्यान बेबी बालतोड़ होने का कारण बनते हैं|

    इसके कुछ घरेलु उपचार हम यहाँ पर बताने जा रहे हैं.

    बालतोड़ का इलाज ( Baltod Ka Ilaj Aur Dawa in Hindi) –

    बालतोड़ का इलाज 100% बेस्ट बालतोड़ की दवा

    कुछ टेबलेट का 1-2 दिन तक सेवन करने पर बालतोड़ की समस्या ख़तम हो जाती है। पर यदि आपको बार बार ऐसी समस्या होती रहती है तो कुछ जरुरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्यों की जिसे बालतोड़ लगातार होता है उसे किसी दूसरी बीमारी का निमंत्रण भी मिल सकता है। आज की पोस्ट में बालतोड़ होने के कारण, लक्षण और घरेलु उपचार के बारे में पूरी जानकारी बताई जाएगी।

    बालतोड़ का इलाज और दवा –

    बालतोड़ होने का सबसे बड़ा कारण है की त्वचा की अच्छे से साफ़ सफाई ना करना। क्यों की संक्रमण तभी बढ़ता है जब उसे गंदगी या शरीर की अंदरूनी बीमारी नजर आती है। बालतोड़ होने पर फोड़े की चारो और लाल रंग बनने लगता है और सूजन होती है। और कुछ ही दिन में फोड़े में पस भर आता है जो गाँठ जैसा अनुभव देता है और दर्द होने लगता है। यदि आप में भी इस तरह के लक्षण नजर आ रहे है तो निचे दिए गए घरेलु उपचार द्वारा बालतोड़ का इलाज कर सकते है।


    (1) एलोवेरा जूस –

    अगर हो सके तो ताजा एलोवेरा ढूंढ़ने की कोशिश करे, उसमे से निकलने वाला जेल प्रभावित हिस्से पर लगाने से बहुत जल्द राहत मिलती है। आप चाहे तो ऑनलाइन AloeVera Juice ऑर्डर कर के भी मंगवा सकते है। 

    इस एलोवेरा रस को दिन में 2-3 बार लगाना है, आप देखेंगे की इस तरह का प्रयोग करने पर दर्द और सूजन कम होने लगेगा। बहुत से लोग बालतोड़ की क्रीम लेना चाहते है, तो उनसे में कहुगा की आप एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर लीजिये जो क्रीम की तरह ही काम करेगा।

    (2) हल्दी पेस्ट –

    हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते जो त्वचा से जुडी समस्याओ को ख़तम करते है। बालतोड़ से राहत पाने के लिए 1 चम्मच हल्दी और थोड़े से अदरक को मिला कर पेस्ट बना लीजिये। पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाए और 15 मिनट तक रहने दे। अंत में नॉर्मल पानी से हिस्से को धो लीजिये और उसपर बिलकुल भी अपना हाथ ना लगाए। आप चाहे तो अपनी स्किन को हमेशा हैल्थी रखने के लिए रोजाना रात को सोने से पहले हल्दी दूध पि सकते है।

    (3) लहसुन कालिया –

    लहसुन में एलिसन नामक तत्त्व पाया जाता है जो संक्रमण से लड़ने में सक्षम होता है। आप चाहे तो लहसुन की 2-3 कलियों को कूट कर पेस्ट बना कर लगा सकते है। या लहसुन कलियों का रस निकाले और उसे बालतोड़ वाली जगह पर लगा दीजिये। रस लगाने पर उसे धोये मत जैसा है वैसा ही पुरे दिन रहने देना है, इस नुस्खे का इस्तेमाल दिन में 2 से 3 बार करना है।

    (4) टी ट्री ऑइल –

    अगर आप आयुर्वेदिक दवा द्वारा बालतोड़ का इलाज करना चाहते है तो टी ट्री ऑइल का इस्तेमाल कर लीजिये। इसमें रहे एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया को ख़तम कर के इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकता है। बाकि घरेलु उपाय की तरह इसे भी बालतोड़ वाली जगह पर दिन में 3 बार लगा देना है। 

    इसमें बस एक बात याद रखे की किसी भी बेकार ब्रांड का ऑइल मत यूज़ करना, उससे अच्छे परिणाम नहीं मिलेंगे। आप चाहे तो अमेज़न से बेस्ट क्वालिटी Tea Tree Oil खरीद सकते है।

    (5) प्याज टुकड़ा –

    प्याज का टुकड़ा बालतोड़ मास्क की तरह काम करता है। एक प्याज का बड़ा टुकड़ा लीजिये और उसे प्रभावित स्थान के ऊपर रखे। फिर एक सेलोटेप या किसी रस्सी से उसको बाँध दीजिये, इसे पुरे दिन लगा कर रखना है। दिन के अंत तक फोड़े में से पस और दाना बहार निकल जायेगा और लाल हिस्सा कम होने लगेगा। यह तरीका Odoxil Medicine के जैसा काम करता है जिसके बारे में आगे पता चलेगा।

    (6) गर्म पानी –

    बालतोड़ से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है की गर्म पानी से प्रभावित स्थान पर सिकाई करे। इसके लिए सबसे पहले एक साफ़ कपडा लीजिये और उसे गर्म पानी में डुबो कर बाहर निकाले। फिर कपडे को थोड़ा निचोड़े और प्रभावित जगह पर 15-20 मिनट के लिए लगा दीजिये। ऊपर बताये गए पांचो तरीको के साथ यह गरम पानी वाली घरेलु उपाय जरूर आजमाए।

    बलतोड़ की टैबलेट दवा –

    कुछ टैबलेट है जिसका सेवन करने पर 1 से 3 दिन में बालतोड़ चला जाता है, आप चाहे तो यह मेडिसिन डॉक्टर की सलाह के आधार पर भी ले सकते है।

    Flexon Tablet – यह टेबलेट किसी भी मेडिकल स्टोर पर 2 रुपये की कीमत में मिल जाती है। 4 टेबलेट आपके लिए काफी होगी, जिसे सुबह और रात को खाने के बाद लेना है। बस 2 दिन तक 4 डोज़ सेवन करने पर बालतोड़ से राहत मिल जाएगी।

    Odoxil 500mg – ये टेबलेट का सिर्फ 1-2 सेवन करने पर ही रिजल्ट दिखना शुरू हो जाता है। जैसे सूजन, दर्द और संक्रमण सब कम हो कर स्किन नॉर्मल होने लगती है। 5 रुपये की इस टेबलेट को भी 4 बार 2 दिन तक लेना है, जो खाने के बाद ले सकते है।

    Aciloc RD – यदि मरीज के शरीर में गरमी ज्यादा रहती है, गभराहट होती है या एसिडिटी जैसी समस्या है। तो बालतोड़ के लिए Aciloc RD टेबलेट लेनी चाहिए, इसका सेवन भी बाकि टेबलेट की तरह ही करना है।

    यहाँ बताई गयी तीनो मेडिसिन बालतोड़ के लिए 100% बेस्ट दवा है, जिससे बहुत अच्छा रिजल्ट मिलता है। आशा करता हु बालतोड़ का इलाज और दवा के बारे में पूरी जानकारी देने में सफल रहा हु। 

    Baltod Ka gharelu Ilaj  –

    दोस्तों अगर आप बातों से परेशान है तो  Baltod Ka Ilaj जानकर आपको काफी खुशी होगी| क्योंकिआप अपने घर पर मौजूद सामग्री से भी इसका इलाज कर सकते हैं| बालतोड़ का इलाज विभिन्न सामग्रियों के इस्तेमाल से किया जा सकता है, यह इस प्रकार से है:

    लहसुन से होता है Baltod Ka Ilaj –

    आवश्यक सामग्री –

    दो से तीन लहसुन की कलियां

    लगाने का तरीका-

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले आपको लहसुन की कलियों को अच्छे से पीसना है|
    • आप इसे अच्छे से दबाकर जूस निकाल ले|
    • इसके उपरांत अब आप जूस को बालतोड़ से प्रभावित क्षेत्र में लगा दे|
    • अब आप इसके सूखने का इंतजार करें|
    • सूखने के उपरांत भी इसे धोने की आवश्यकता नहीं है, इसे वहीं पर लगा रहने दें|

    कितनी बार लगाएं –

    आप इसको दिन में दो बार लगा सकते हैं|

    काम करने का तरीका –

    लहसुन एंटीबैक्टीरियल के गुणों वाली होती है| इस के जूस में एंटीबैक्टीरियल गुणों के अलावा anti-inflammatory गुण भी जाते हैं| इसमें काफी अधिक मात्रा में सल्फर की योगिक भी पाए जाते हैं| यह इसे यह गुण मुहैया कराने में मदद करता है|

    बालतोड़ का इलाज में उपयोगी है हल्दी –

    जरूरी सामग्री-

    • एक चम्मच हल्दी पाउडर
    • आधा चम्मच अदरक
    • पानी

    किस प्रकार लगाएं –

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले आपको अदरक और हल्दी के पाउडर का पीसकर पेस्ट बनाना है|
    • आप अपने हाथों को साफ करने के बाद इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र में लगा दे|
    • हल्दी और अदरक के बनाए हुए इस पेस्ट को आपको 15 मिनट तक लगाए रखना है|
    • अब गुनगुने पानी का उपयोग करके इसे धो लें|
    • आप इस पेस्ट में एक चम्मच नारियल तेल भी मिला सकते हैं|

    कितनी बार लगाएं –

    इसे आप दिन में दो से तीन बार लगा सकते हैं|

    काम करने का तरीका –

    वैसे तो हम यह जानते ही हैं कि हल्दी एंटीबायोटिक गुणों वाली सामग्री है| हल्दी के इस गुण के कारण ही यह इन्फेक्शन को दूर करने में असरदार साबित होती है| एक अध्ययन में यह पाया गया है कि हल्दी में जो करकयूमिन पाया जाता है वह कई तरह के बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबैक्टीरियल एजेंट के तौर पर कार्य करता है| 

    बैक्टीरिया में एक नाम स्टेफिलोकोक्कस औरयस का भी शामिल है| वहीं दूसरी तरफ अदरक anti-inflammatory वाला होता है| यह बालतोड़ को ठीक करने में हल्दी की मदद करता है|

    एलोवेरा जूस भी है बालतोड़ के इलाज में उपयोगी –

    जरूरी सामग्री –

    एलोवेरा जूस

    इसे किस तरह लगाएं –

    • इसके लिए सबसे पहले एलोवेरा का ताजा पत्ता ले
    • अब उस पत्ते के ऊपरी हिस्से को चीर लें और उसका अच्छे से गुर्दा निकाल ले|
    • अब आपको अपने बालतोड़ द्वारा प्रभावित हिस्से पर एलोवेरा के जूस को अच्छे से घिसना है|
    • आपका बालतोड़ कुछ दिनों में ऐसा करने से ठीक होने लगेगा|
    • बाजार में कई एलोवेरा जेल मिलते हैं आप उनका इस्तेमाल कर कर भी बालतोड़ को ठीक कर सकते हैं|

    कितनी बार लगाएं –

    आप इससे दिन में 2 से 3 बार लगा सकते हैं|

    एप्पल साइडर विनेगर भी बालतोड़ के इलाज मैं असरदार –

    आवश्यक सामग्री –

    रूई

    एप्पल साइडर विनेगर

    लगाना कैसे है –

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले रूई को एप्पल साइडर विनेगर से अच्छी तरह भिगो लें|
    • अब रूई में मौजूद अतिरिक्त एप्पल साइडर विनेगर को निचोड़ कर निकाल ले|
    • संक्रमित यानी के बालतोड़ वाले हिस्से पर रूई को रख दे|
    • इसे आपको 10 मिनट इसी तरह से रखे रहना है|

    कितनी बार लगाएं –

    इसे आप दिन में दो बार लगा सकते हैं| इसे लगाने के लिए हर बार नई रुई का प्रयोग करें|

    Baltod Ka Ilaj करने में प्याज भी है असरदार –

    जरूरी सामग्री –

    प्याज

    सर्जिकल टेप

    लगाने का तरीका –

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले प्याज के कुछ टुकड़ों को काट ले|
    • आप इन टुकड़ों को बालतोड़ से प्रभावित क्षेत्र पर रख ले|
    • अब इसे आप सर्जिकल टेक से अच्छे से बंद कर ले|
    • इसे ऐसे ही अवस्था में कुछ घंटे तक रहने दें|

    कितनी बार लगाएं –

    इसे आप काफी बार लगा सकते हैं| इसके लिए आप प्याज के टुकड़े को कुछ घंटे में बदल सकते हैं|

    टी ट्री तेल का उपयोग करके भी कर सकते हैं Baltod Ka Ilaj –

    आवश्यक सामग्री –

    आधा कप विज हेज़ल

    टी ट्री तेल

    सूती कपड़ा

    लगाने की विधि –

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले आप टी ट्री तेल को विज हेज़ल के साथ मिलाएं|
    • अब एक सूती कपड़े को इस दिन में अच्छे से भिघो लें|
    • इस कपड़े को अब प्रभावित क्षेत्र पर लगा ले|

    कितनी बार लगायें –

    प्रतिदिन दिन में तीन बार लगाएं| इसे तब तक लगाते रहे जब तक आपका बालतोड़ पूरी तरह से ठीक ना हो जाए|

    चेतावनी –

    अगर आप टी ट्री तेल को अकेला अपनी त्वचा पर लगाएंगे तो यह आपके लिए भी नहीं रहेगा| इससे आपकी त्वचा में जलन होने की संभावनाएं हैं| इसलिए इसका उपयोग जिस तरह से बताया गया है वैसे ही करें|

    अरंडी का तेल भी है बालतोड़ के इलाज में उपयोगी –

    जरूरी सामग्री –

    अरंडी का तेल

    रूई

    लगाने का तरीका –

    • इस लगाने के लिए सबसे पहले आप अरंडी के तेल में रुई को अच्छी तरह से भिगो लें|
    • अब इस रूई को बालतोड़ वाले क्षेत्र पर लगाए|
    • रूई को लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे रगड़ना नहीं है ना ही दबाना है|
    • थोड़ी देर में रूई को वहां से हटा लें|
    • घाव को बिल्कुल ना धोएं|

    कितनी बार लगाना है –

    इसे आप कम से कम दिन में तीन बार लगाएं| इसे तब तक लगाते रहें जब तक आप आराम ना पा लें|

    बालतोड़ के इलाज में असरदार नीम –

    आवश्यक सामग्री –

    नीम का तेल

    रूई

    लगाने की प्रक्रिया –

    • इसे लगाने के लिए रुई को नीम के तेल में अच्छे से भिगो लें|
    • अब रुई को बालतोड़ पर रख दें|
    • थोड़ी देर में इसे वहां से हटा ले|

    गर्म सिकाई से करें Baltod Ka Ilaj –

    आवश्यक चीजें –

    साफ कपड़ा

    गरम पानी

    कैसे लगाएं –

    • इसे लगाने के लिए सबसे पहले आपको पानी को गर्म करना होगा|
    • गर्म पानी में एक साफ कपड़े को अच्छे से भिगो लें|
    • आप कपड़े को नहीं छोड़ने के बाद प्रभावित क्षेत्र में 15 से 20 मिनट तक लगाकर रखें|
    • ध्यान रहे के कपड़े को रखते समय आप दबाव ना डालें|

    कितनी बार लगाएं –

    इसे आप जब तक बात तो ठीक ना हो जाए दिन में तीन बार लगा सकते हैं|

    पान का पत्ता Baltod Ka ilaj में असरदार –

    जरूरी सामग्री –

    अरंडी का तेल

    पान के पत्ते

    रूई या साफ़ कपड़ा

    लगाने का तरीका –

    • इसे लगाने के लिए आप पान के पत्ते पर अरंडी के तेल को लगा ले|
    • अब इसे एक बर्तन पर रखकर गर्म कर ले|
    • अब इस पत्ते को बालतोड़ के ऊपर रख ले|
    • इससे बालतोड़ पर जमा सभी पीक बाहर निकल जाएगी|
    • अब साफ कपड़े या रूई का इस्तेमाल कर कर इसे साफ कर ले|

    Conclusion (Baltod ki dawa in Hindi) –

    आज के इस पोस्ट “Baltod ki dawa in Hindi ” के माध्यम से आपने जान कि Baltod क्यों होता है और इसके कौन-कौन से कारण होतें हैं. साथ ही आपने जाना कि Baltod की समस्या से राहत कैसे पाए. इसके अलावा बालतोड़ का दवा और घरेलू इलाज के बारे में भी जाना. 

    आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. इसी तरह की हेल्थ टिप्स और जानकारी के लिए हमारे इस ब्लॉग myhelpindex.in पर अन्य पोस्ट को जरूर पढ़े. 

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