रसायन वटी के फायदे एवं नुकसान | Rasayan vati Uses in Hindi
आज के इस पोस्ट ” Rasayan vati uses in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि Rasayan vati क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. रसायन वटी के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं.इसके अलावा रसायन वटी से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
Rasayan vati uses in Hindi |
रसायन वटी क्या है? (What is Rasayan vati in Hindi)
रसायन वटी एक प्रकार का आयुर्वेदिक दवा है जो राजवैद्य शीतल प्रसाद एंड संस कम्पनी द्वारा बनाया जाता है. जिसका उपयोग मुख्य रूप से पुरुषों के कामोत्तेजना और मर्दाना कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा इसका उपयोग नपुंसकता, शीघ्रपतन, मर्दाना कमजोरी , थकान और खून की कमी जैसी अन्य कई समस्याओं में भी किया जाता है.
रसायन वटी का निर्माण कुछ ऐसे विशेष जड़ी-बूटियों से किया जाता है जो इन सभी प्रकार की बीमारियों में काम आता है जिससे आपको फायदे मिलतें है. तो चलिए जानतें हैं रसायन वटी के घटक के बारे में.
रसायन वटी के घटक ( Rasayan Vati Ingredient in Hindi) –
जैसा कि हमने आपको बताया कि रसायन वटी मे कुछ विशेष प्रकार की जड़ी-बूटियाँ मिलाई जाती है जिससे यह और भी प्रभावशाली बन जाता है. जो इस प्रकार है –
- जावित्री – 10 मिलीग्राम
- मंजीत – 10 मिलीग्राम
- अनंत मूल – 10 मिलीग्राम
- ब्राह्मी – 10 मिलीग्राम
- बुंग भस्म – 10 मिलीग्राम
- स्वर्ण भस्म – 10 मिलीग्राम
- भूमि आमला – 10 मिलीग्राम
- असगंद – 70 मिलीग्राम
- त्रिफला चूर्ण – 60 मिलीग्राम
- लोह भस्म – 50 मिलीग्राम
- शुद्ध शिलाजीत – 50 मिलीग्राम
- यशद भस्म – 40 मिलीग्राम
- गोखरू – 35 मिलीग्राम
- मूसली – 25 मिलीग्राम
- जायफल – 20 मिलीग्राम
- केसर – 20 मिलीग्राम
- दालचीनी – 20 मिलीग्राम
- सौठ, मिर्च, पिपली – 10 मिलीग्राम
- अभ्रक भस्म – 10 मिलीग्राम
- स्वर्ण मक्षिक भस्म – 10 मिलीग्राम
- मुक्ता पिसती – 10 मिलीग्राम
ध्याने रखे, अलग-अलग कंपनिया अलग-अलग तरीके से रसायन वटी बनाती है। इसलिए घटक व उनकी मात्रा मे थोड़ा परिवर्तन हो सकता है।
रसायन वटी कैसे काम करता है?
रसायन वटी अपनी Anti-Anemic क्रिया से तनाव, इंसोमिया को कम करती है और मानसिक स्वास्थ्य मे सुधार करती है। इसके अलावा रसायन वटी अपने Diuretic गुण से मूत्र नलिका को साफ व स्वस्थ रखती है।
साथ ही इसमें मुख्य तौर पर शिलाजीत जैसे जड़ी-बूटियाँ भी मिलाई जाती है जो पुरुषो मे जोशवर्धक का काम करती है। जिससे यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। रसायन वटी मे मौजूद घटक शुक्राणुओं की संख्या मे इजाफा करते है।
चलिए विस्तार से जानते हैं कि रसायन वटी में शामिल सभी जड़ी-बूटियों के कौन-कौन से फायदे होतें हैं और यह किस काम आता है.
अश्वगंधा –
ये एजेंट शरीर में होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) की स्थिति को बनाए रखने में मदद करते हैं तथा तनाव और कमजोरी के दौरान शरीर के कार्यों को सुचारु रूप से चलाते हैं।
यौन इच्छाओं को बेहतर करने वाले तत्व।डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षणों में राहत दिलाने वाली दवाएं।
कौंच (कपिकच्छु) –
ये तत्व यौन इच्छा को बढ़ाते हैं।वे दवाएं जो उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं।
ये दवाएं शरीर में वीर्य के उत्पादन में सुधार करती हैं, इनको विभिन्न पुरुष यौन विकारों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।
शिलाजीत –
तनाव के कारण शरीर पर होने वाले हानिकारक प्रभावों को कम करने वाली दवाएं।शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ। कामेच्छा को बढ़ाने के लिए उपयोगी एजेंट।
वो दवा जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में इस्तेमाल की जाती है। इस तरह यह दवा डायबिटीज के इलाज में उपयोगी है।लिंग (पेनिस) के इरेक्शन में सुधार करने वाले एजेंट्स।
वे दवाएं जो वीर्य के संश्लेषण को उत्तेजित करती हैं और पुरुषों में यौन विकारों की एक श्रृंख्ला को नियंत्रित करने में असरकारी हैं।
केसर –
वह एजेंट या दवा जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित कर डायबिटीज़ से बचने या इसके इलाज में इस्तेमाल की जाती है।
शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।कफ की गंभीरता को कम करने वाले घटक।हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं।
वे दवाएं जो शरीर में लिपिड की मात्रा और कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ये दवाएं कार्डिएक से संबंधित विकारों को रोकने के लिए ली जाती हैं।
सफेद मूसली –
तनाव के कारण शरीर पर होने वाले हानिकारक प्रभावों को कम करने वाली दवाएं। डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद करने वाली दवाएं।प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने वाले पदार्थ।
शरीर में फैट का स्तर कम करने वाली दवाएं, जिनका प्रयोग हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए भी किया जाता है।
मोती –
पौधे पर आधारित घटक जो कि विषाक्त नहीं होते हैं और शरीर के कार्य में मदद करते हैं. वह दवा या तत्व जो बुखार में शरीर के तापमान को कम करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।वो दवा जिसका उपयोग मानसिक अवसाद से राहत पाने के लिए किया जाता है।वे एजेंट्स जो मांसपेशियों में संकुचन को कम और मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने में मदद करते हैं।
रसायन वटी का उपयोग क्यों किया जाता है? (why we Use Rajvaidya Rasayan Vati in Hindi ) –
रसायन वटी का उपयोग निम्न कारणों से किया जाता है –
- एनर्जी, स्टैमिना की कमी
- एंग्जायटी
- शरीर की मांसपेशियों में दर्द
- भूख न लगना
- खून की कमी
- असमय बुढ़ापा
- पुरुषों में यौन कमजोरी के लिए
- नपुंसकता,
- शीघ्रपतन,
- मर्दाना कमजोरी
- स्वप्न दोष
इसके अलावा इसका उपयोग पुरुषों में यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए,शरीर की कोशिकाओं की ताकत बढ़ाने के लिए और शारीरिक कमजोरी जैसी समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है.
रसायन वटी के फायदे ( Benefits of Rasayan vati in Hindi) –
रसायन वटी कई फायदे होतें हैं जिसके बारे में नीचे बताया गया है –
- मूत्र विकारों के इलाज के लिए रसायन वटी का उपयोग किया जाता है
- इसमें हल्के मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो जननांग-मूत्र पथ से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं
- जिन पुरुषो में सामान्य दुर्बलता होती है उनका इलाज करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है
- शरीर की सामान्य कमजोरी और थकान के इलाज के लिए उपयोगी
- रसायन वटी शरीर के ऊर्जा स्तर को बड़ा देता है
- रसायन वटी का उपयोग पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है
- यह उनके समग्र ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और पुरुष प्रजनन अंगों पर उत्तेजक प्रभाव पैदा करता है
- रसायन वटी का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों में सुधार करने के लिए भी किया जाता है.
- यह यौन दुर्बलता को दूर करने में सहायक है।
- यह नसों को ताकत देती है। इसके सेवन से नसों की कमजोरी दूर होती है।
- यह शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, अनैच्छिक शुक्रपात, स्वप्नदोष में लाभप्रद है।
- इसमें आम पाचन गुण है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मददगार है।
रसायन वटी के नुकसान ( side effect of Rasayan vati in Hindi) –
वैसे तो अभी तक रसायन वटी के साइड इफैक्ट नहीं देखे गए हैं परन्तु जैसा की आपको पता होगा की जब भी हम किसी प्रकार की दवाइयों का अधिक मात्रा में सेवन करतें हैं तो इससे कुछ साइड इफैक्ट हो सकते हैं. फिर भी यदि आप इसका उपयोग करना चाहते हैं तो डॉक्टर के परामर्श अनुसार ही इसका सेवन करें.
रसायन वटी की खुराक (Rasayan vati dose in Hindi) –
अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Rasayan vati की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Dabur Pudin Hara की खुराक अलग हो सकती है।
रसायन वटी की कीमत कितनी होती है?
रसायन वटी के अलग-अलग वैरियंट की कीमत अलग-अलग होती है जो आपको 150- 750 रूपए तक मिल सकती है. जिसे आप आसानी से ऑनलाइन या ऑफलाइन अपने नजदीकी दवा के दुकान से खरीद सकतें हैं.
रसायन वटी को स्टोर कैसे करें?
Rasayan vati को स्टोर करने के लिए इसे धूप से बचाना चाहिए और इसको फ्रीज में भी नहीं रखना चाहिए.इसे स्टोर करने के लिए आप नॉर्मल कमरे के तापमान में रख सकते हो.
Rasayan vati एक्सपायर होने से पहले तक ही उपयोग करना चाहिए। यदि Rasayan vati एक्सपायर हो जाये तो इसको हटा देना चाहिए.काफी लम्बे समय तक इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए.यदि आप ऐसा करतें हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए.
Conclusion (Benefits of Rasayan vati in Hindi) –
आज के इस पोस्ट ” Rasayan vati uses in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि Rasayan vati क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. रसायन वटी के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं.इसके अलावा रसायन वटी से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जाना इसलिए आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. धन्यवाद.