वीर्यशोधन वटी के फायदे एवं नुकसान| Virya sodhan vati uses & benefits in Hindi
आज के इस पोस्ट “Virya sodhan vati benefits in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि Virya sodhan vati क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. साथ ही आप Virya sodhan vati के फायदे एवं नुकसान के बारे में भी जानेंगे.इसके अलावा Virya sodhan vati से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
viryasodhan vati uses in Hindi. |
दोस्तों आप में से ऐसे कई सारे लोग होगें जो मर्दाना कमजोरी ,लिंग के ढीलेपन, लिंग का छोटा होना जैसी अन्य समस्याओं से परेशान रहतें हैं.जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या कही जाती है। कुछ पुरुष इस समस्या से परेशान रहते हैं, जिसके कारण कुछ तो डिप्रेशन में चले जाते हैं। उस डिप्रेशन के कारण कुछ लोग अलग तरह के उपाय करने शुरू कर देते हैं, जिनके कारण उनकी समस्या खत्म होने के बजाय और बढ़ जाती है।
इन सभी समस्याओं के लिए ही Virya sodhan vati का उपयोग किया जाता है. हिमकोलिन जेल हमारे लिंग के सभी रक्त नलिकाओं में रक्त का प्रभाव बढ़ा देता है। लिंग के रक्त नलिकाओं में रक्त का प्रभाव बढ़ने के कारण लिंग में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या खत्म होती है, और लिंग खड़ा हो जाता है, चलिए जानतें हैं Virya sodhan vati in Hindi के बारे में विस्तार से –
Virya sodhan vati क्या है? (what is Virya sodhan vati in Hindi) –
वीर्यशोधन वटी एक प्रकार का आयुर्वेदिक औषधीय दवा है,जो व्यास फार्मा, वैघनाथ और अन्य कम्पनी द्वारा भी बनाया जाता है. जिसका उपयोग करने से शीघ्रपतन दूर होता है, वीर्य शुद्ध और गाढा बनता है और पचन-क्रिया को ठीक करता है.इसके अलावा भी यह कई तरह की समस्याओं में काम आता है.जिसके बारे में आगे बताया गया है.
वीर्यशोधन वटी के घटक द्रव्य ( Ingredients of Virya sodhan Vati in Hindi) –
Virya sodhan vati को कई प्रकार की औषधीयों के मिश्रण से बनाया जाता है. जैसे कि –
- रजत भस्म
- वंग भस्म
- प्रवाल भस्म
- रौप्य भस्म
- शुद्ध शिलाजीत
- कपूर
- गियोल सत्व
इन सभी सामग्रियों के अलग-अलग काम होतें हैं जिस कारण से इसका उपयोग Virya sodhan vati में किया जाता है.
तो चलिए जानतें हैं Virya sodhan vati में प्रयुक्त होने वाले जड़ी-बूटियों के बारे में कि यह कैसे काम करता है.
Virya sodhan vati कैसे काम करता है?
वीर्यशोधन वटी में कई तरह के खास जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया जाता है जिसके निम्न कार्य होतें हैं –
गिलोय –
यह एक ऐसा तत्व है जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा यह प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालता है और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों को बदलने में मदद करते हैं। साथ ही यह सूक्ष्म जीवों को नष्ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
रजत भस्म –
यह वह तत्व है जो यौन इच्छा को बढ़ाते हैं। ये दवाएं शरीर में वीर्य के उत्पादन में सुधार करती हैं, इनको विभिन्न पुरुष यौन विकारों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।
साथ ही यह बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने और उन्हें मारने का काम करती है और सूक्ष्मजीवों को नष्ट या उनके कार्य को रोक कर सूक्ष्म जीवों की प्रतिकृति और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
बंग भस्म (वंग भस्म) –
यह प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य कर इम्यून को बेहतर करती है। ये एजेंट पेनाइल इरेक्शन (लिंग उत्तेजना) में मदद करते हैं।
यह सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट होतें हैं ।
प्रवाल –
यह प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य कर इम्यून को बेहतर करती है।
इसके अलावा सिद्ध मकरध्वज,जुन्दबेदस्तर और केसर का उपयोग भी किया जाता है.जो मर्दाना कमजोरी से जुड़ी कई समस्याओं में काम आता है.
वीर्य शोधन वटी के सेवन की विधि (Dosage of Virya Shodhan Vat in hindi) –
Virya sodhan वटी की 1 या 2 गोली दिन में दो बार सुबह व शाम को लेनी चाहिए। इस वटी को भोजन के बाद ही लेना चाहिए।
इसको दूध के साथ लें तो अधिक असरदार होती है। ध्यान दे इस वटी को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Virya sodhan वटी के फायदे (Benefits of Virya sodhan vati in Hindi) –
वीर्यस्तंभन वटी एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसके उपयोग से कई तरह के फायदे होतें हैं जो इस प्रकार है –
- Virya sodhan vati स्तंभन दोष को ठीक करने में लाभकारी होता है.
- इसका उपयोग से शीघ्रपतन की समस्या में बहुत लाभ होता है.
- साथ ही इसका सेवन करने से नपुंसकता की समस्या में भी लाभकारी साबित होता है.
- Virya sodhan vati वीर्य को गाढ़ा करने का कार्य करती है.जो वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या को बढाती है.
- वीर्य शोद्धन का कार्य भी इस दवा के उपयोग से होता है और पाचन को सुचारू रखती है.
- अगर आपको कब्ज आदि की समस्या है तो कब्जनाशक चूर्ण का सेवन करके इसका उपयोग करना चाहिए.
- यह शरीर को बलवान एवं हष्ट – पुष्ट बनाती है और स्वप्नदोष में भी उपयोगी है.
इस तरह से यह मर्दाना कमजोरी की सभी समस्याओं में काम आता है और इसके लाभ होतें हैं.
Virya sodhan vati के नुकसान (Side effects of Virya sodhan vati in Hindi) –
जैसा की हमने आपको बताया कि Virya sodhan vati पूर्णतः आयुर्वेद जड़ी-बूटियों से बनाया जाता है.जिसके साइड इफैक्ट ना के बराबर होतें हैं.फिर भी इसका सेवन आप मर्जी से ना करें और यदि आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो किसी आयुर्वेद विशेषज्ञो की सलाह जरूर लें.क्योंकि इससे हो सकता है कि आपको अन्य समस्या भी हो.इसलिए आयुर्वेद विशेषज्ञो से इसके बारे में पूरी जानकारी अवश्य लें.
Virya sodhan vati की कीमत कितनी होती है?
Virya sodhan vati (वीर्यशोधन वटी) जो व्यास फार्मा कम्पनी द्वारा की होती है उसकी क़ीमत लगभग 350-450 रूपए होती है जिसके 1पैक में 100 और 200 टैबलेट होतें हैं. जिसे करीबी मेडिकल स्टोर से या ऑनलाइन भी ख़रीद सकते हैं.इसके अलावा यदि आप चाहें तो इसे ऑनलाइन भी ख़रीद सकते हैं.
Virya sodhan vati को स्टोर कैसे करें?
Virya sodhan vati को स्टोर करने के लिए इसे धूप से बचाना चाहिए और इसको फ्रीज में भी नहीं रखना चाहिए.इसे स्टोर करने के लिए आप नॉर्मल कमरे के तापमान में रख सकते हो.
Virya sodhan vati एक्सपायर होने से पहले तक ही उपयोग करना चाहिए। यदि टैबलेट एक्सपायर हो जाये तो इसको हटा देना चाहिए.काफी लम्बे समय तक इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए.यदि आप ऐसा करतें हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए.
Conclusion(Virya sodhan vati benefits in Hindi) –
यदि आपको शीघ्रपतन की समस्या है या आपका वीर्य जल्दी निकल जाता है तो आप Virya sodhan vati जो एक औषधिय दवा है इसका उपयोग कर सकते हैं. इससे आपका वीर्य गाढ़ा और स्वस्थ बनेगा. इसके अलावा भी यह अन्य कई समस्याओं में काम आता है.
आज के इस पोस्ट “Virya sodhan vati benefits in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि Virya sodhan vati क्या होता है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है.साथ ही आपने Virya sodhan vati के फायदे एवं नुकसान के बारे में भी जाना.आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. धन्यवाद.