MP test क्या है | MP test in Hindi
आज के इस पोस्ट ” MP test in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि MP(Malaria parasites) test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है? साथ ही आप जानेंगे कि यह टेस्ट कब और कैसे किया जाता है. इसके अलावा MP test से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे तो आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
MP test in Hindi. |
MP test क्या होता तो? (What is MP test in Hindi)
MP test का फुल फॉर्म यानि पूरा नाम Malaria Parasites Test होता है, जिसे Malaria test भी कहा जाता है.जो ब्लड के द्वारा किया जाता है.MP test का उपयोग मलेरिया का पता लगाने के लिए किया जाता है जो कि Plasomodium parasites की वजह से फैलता है.
जब भी मादा एनॉफिलीज मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटती है तो वह उस व्यक्ति के शरीर में प्लाज्मोडियम नामक परजीवी को छोड़ देती है.फिर यह परजीवी उस व्यक्ति के लीवर में अपनी संख्या को बढ़ाता है और लाल रक्त कोशिकाओं और लीवर सहित अन्य कोशिकाओं को भी डैमेज करता है.जिससे वह व्यक्ति बीमार पड़ जाता है और उसे मलेरिया हो जाता है.
MP test क्यों किया जाता है?
MP test यानि मलेरिया की जांच खासकर मलेरिया फैलाने वाले परजीवीयों का पता लगाने के लिए ही किया जाता है और देखा जाता है.इसके अलावा और भी कई कारण हो सकतें हैं जैसे कि मलेरिया का पता लगाने के लिए,मलेरिया के टाइप का पता लगाने के लिए कि किस तरह के parasites के कारण मलेरिया हुआ है और मलेरिया कितना गंभीर है. इन सभी कारणों से भी इसकी जांच की जाती है.
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MP test कब कराना चाहिए?
MP test कराने की सलाह डॉक्टर द्वारा तब दी जाती है जब डॉक्टर को यह लगता है कि मरीज को मलेरिया हुआ है या इससे जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट किया जाता है.मलेरिया में निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
- बुखार
- कपकपी या ठंड के साथ बुखार
- पसीना
- सिर दर्द
- उल्टी
- पीलिया
- पेट दर्द
- शरीर में दर्द
इस तरह के मुख्य लक्षण दिखाई दे सकते है और इसके अलावा भी अन्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं. यदि आपको इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
MP test कराने से पहले क्या करें?
MP test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है परन्तु यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें ताकि वह आपके स्थिति को अच्छे से समझ सकें और आपका ईलाज सही से कर सकें. साथ ही इस बात का ध्यान रखना भी बहुत जरुरी होता है कि जब आप यह टेस्ट कराए तो कोशिश करें कि यह टेस्ट बुखार आने दौरान या बुखार आने से ठीक पहले यह टेस्ट कराए.जिससे टेस्ट का परिणाम बहुत ही सटीक होता है.
MP test कैसे किया जाता है?
MP test करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर लैब में जाँच किया जाता है. इसके जांच करने के प्रमुख दो एेसे तरीके हैं जो ज्यादातर किए जाते हैं-
Slide method
Rapid kit के द्वारा
इन दो तरीको से ही ज्यादातर मलेरिया टेस्ट किया जाता है.
MP test का परिणाम –
MP test के समान्य परिणाम का मतलब होता है कि आपको मलेरिया नहीं है.ऐसा कई बार अन्य कारणों से भी हो सकता है.
और MP test के असमान्य परिणाम का मतलब होता है कि आप मलेरिया से संक्रमित हैं और आपको मलेरिया है.यदि मलेरिया का सही तरीका से पता नहीं चलता है तो इसके लिए डॉक्टर आपको और भी अन्य टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं.
MP test की कीमत कितनी होती है?
MP test की कीमत अलग-अलग लैबों में अलग-अलग होता है जो सामान्यतः 300-650 रूपए तक हो सकता है.जब भी आप इस तरह की जांच कराए तो किसी अच्छे और मान्यता प्राप्त लैब में ही कराए.
Conclusion (MP test in Hindi) –
आज के इस पोस्ट “MP test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि MP test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि MP test कब कराया जाता है. आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद.