जेल्सीमियम 200 के फायदे एवं नुकसान | Gelsemium 200 uses in Hindi
आज के इस पोस्ट “Gelsemium 200 uses in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि Gelsemium 200 क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. जेल्सीमियम के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं. साथ ही आप जानेंगे कि Gelsemium 200 का उपयोग कब और कैसे करना चाहिए. इसके अलावा Gelsemium 200 से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
जेल्सीमियम 200 क्या है? (What is Gelsemium 200 in Hindi) –
Gelsemium 200 एक होमियोपैथी दवा है जो SBL और Dr Rickweg दोनो ही कम्पनी द्वारा बनाया जाता है. जिसका उपयोग खासकर दमा, खासी, माइग्रेन और लकवा जैसी अन्य समस्याओं में भी किया जाता है.
इसके अलावा इसका उपयोग फ्लू और डिप्रेशन से जुड़ी समस्या में भी इस दवा के उपयोग किया जाता है।
जेल्सीमियम 200 की संरचना (Gelsemium 200 composition in Hindi) –
Gelsemium 200 में मुख्य रूप से Gelsemium sempervirens होता है. इसे Gelsemium 200 CH dilution के नाम से भी जाना जाता है.
जेल्सीमियम 200 के फायदे एवं उपयोग (Gelsemium 200 uses & benefits in Hindi) –
Gelsemium 200 का उपयोग मर्दाना कमजोरी सहित अन्य कई समस्याओं में भी किया जाता है जैसे –
- सिरदर्द
- फ्लू
- लकवा
- डिप्रेशन
- दमा
- खांसी
- माइग्रेन
- अनिद्रा
- कमजोरी
- चक्कर आना
- बेहोश होना
इसके अलावा भी इसका उपयोग अन्य कई समस्याओं के लिए भी किया जाता है.
जेल्सीमियम 200 का उपयोग कैसे करते हैं?
जेल्सीमियम की 5-6 बून्द को आधे कप पानी के साथ 3-4 बार लिया सकता है या फिर चिकित्सक के सलाह के अनुसार ही लें क्योंकि किसी भी दवा की खुराक हर व्यक्ति के उम्र, लिंग और उसकी स्थिति सहित अन्य कारकों पर निर्भर करता है.
जेल्सीमियम 200 के नुकसान (Side effects of Gelsemium 200 in Hindi) –
जेल्सीमियम से किसी प्रकार के दुष्प्रभाव या साइड इफैक्ट की समस्या नहीं होती है. यदि आप इसका इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में करतें हैं या किसी प्रकार की समस्या होती है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
जब भी आप इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के अनुसार करतें हैं और उचित मात्रा में करतें हैं तो इसके किसी भी प्रकार की साइड इफैक्ट या नुकसान देखने को नहीं मिलतें हैं.
Gelsemium 200 का उपयोग कब नहीं कराना चाहिए?
यदि आप Gelsemium 200 का सेवन करने की सोच रहे हैं या करना चाहतें हैं तो निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- यदि आप गर्भवती हो तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
- यदि आप बच्चे को स्तनपान कराती हो तो भी इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें.
- जरूरत से ज्यादा या अधिक मात्रा में Gelsemium 200 का सेवन नहीं करना चाहिए और लम्बे समय तक इसके उपयोग से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लें.
- यदि आप पहले से कोई अंग्रेजी दवा या अन्य दवा खा रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें.
- किसी अन्य दवा और होम्योपैथिक दवा के बीच आधे घंटे का अंतर बनाए रखें।
- कपूर, लहसुन, प्याज, कॉफी और हिंग जैसे दवा लेते समय मुंह में किसी भी तेज गंध से बचें।
Borax के सारे विकल्प (Substitutes for Gelsemium sempervirens in Hindi) –
कुछ दवाएँ ऐसी भी है जिसका उपयोग Borax के विकल्प के तौर पर किया जा सकता है जैसे –
- SBL Gelsemium sempervirens 200 CH
- SBL Gelsemium sempervirens Dilution 200 CH
- SBL Gelsemium sempervirens 6 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens CH
- Schwabe Gelsemium sempervirens 10M CH
- SBL Gelsemium sempervirens 1000 CH
- Schwabe Gelsemium sempervirens 12 CH
- Schwabe Gelsemium sempervirens 50M CH
- Schwabe Gelsemium sempervirens CM CH
- SBL Gelsemium sempervirens 12 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 200 CH
- Schwabe Gelsemium sempervirens 6 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 50M
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 10M
- Schwabe Gelsemium sempervirens 1000 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 6 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 200 CH
- Dr. Reckeweg Gelsemium sempervirens 1000 CH
ये कुछ ऐसी होमियोपैथी दवा है जिसका उपयोग Gelsemium sempervirens के विकल्प के तौर पर किया जा सकता है.
Gelsemium 200 की कीमत कितनी होती है?
Gelsemium 200 के अलग-अलग वैरिएंट की कीमत अलग-अलग होती है जो 75-90 रूपए तक मिल जाती है. जिसे आप अपने नजदीकी दवा की दुकान से या फिर ऑनलाइन भी ऑडर कर सकते हैं.
Borax को स्टोर कैसे करें?
Borax को स्टोर करने के लिए इसे धूप से बचाना चाहिए और इसको फ्रीज में भी नहीं रखना चाहिए.इसे स्टोर करने के लिए आप नॉर्मल कमरे के तापमान में रख सकते हो.
SBL Borax एक्सपायर होने से पहले तक ही उपयोग करना चाहिए। यदि यह एक्सपायर हो जाये तो इसको हटा देना चाहिए. काफी लम्बे समय तक इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए.यदि आप ऐसा करतें हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए.
Conclusion –
आज के इस पोस्ट “Gelsemium 200 uses in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि Gelsemium 200 क्या है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है. जेल्सीमियम के कौन-कौन से फायदे और नुकसान होतें हैं. साथ ही आपने जाना कि Gelsemium 200 का उपयोग कब और कैसे करना चाहिए. इसके अलावा Gelsemium 200 से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जाना इसलिए आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और आपको उचित जानकारी मिली होगी.. धन्यवाद.