Lipase test क्या होता है | Lipase test in Hindi.
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Lipase test in Hindi ” में. आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि Lipase क्या होता है और Lipase टेस्ट क्यों किया जाता है.साथ ही आप जानेंगे कि लाइपेज टेस्ट का नार्मल रेंज कितना होता है और इसके घटने या बढ़ने से क्या होता है. तो चलिए सबसे पहले जानतें हैं कि Lipase test क्या होता है?
Lipase test in Hindi. |
Lipase test क्या होता है? (What is Lipase test in Hindi).
Lipase एक प्रकार का एंजाइम होता है जो Pancrease में बनता है.यह तैलीय एवं वसायुक्त भोजन को पचाने में मदद करता है.Lipase एंजाइम की मात्रा को मापने के लिए ही Lipase test किया जाता है.इस टेस्ट LPS test, Lipase test और serum Lipase test के नामों भी कहा जाता है.
यदि हमारे शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है तो इससे अग्नाश्य से जुड़ी कई तरह की समस्या हो सकती है.तो चलिए अब जानतें हैं कि Lipase के घटने या बढ़ने से क्या होता है और यह टेस्ट क्यों किया जाता है?
Lipase test क्यों किया जाता है?
जब भी किसी व्यक्ति को अग्नाशय से जुड़ी समस्या होती है तो यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है.इसके अलावा और भी कई कारण होते हैं जिसमें यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. जैसे –
- Lipase की मात्रा को मापने के लिए
- Acute Pancriatitis में
- Chronic pancriatitis में
- Celiac Disease में
- Pancreatic cancer में
ये सारे अग्नाश्य और पाचन से जुड़े रोग हैं. यदि डॉक्टर को लगता है कि आपको इस तरह की बीमारियां है या इससे जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट कराने को कहा जाता है.इसके अलावा यदि आप डायबिटीक हैं या आपको लीवर से जुड़ी बिमारी है तो भी कभी -कभी यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है.
Lipase test कब कराया जाता है?
Lipase test कराने की सलाह डॉक्टर द्वारा तब दी जाती है जब डॉक्टर को यह लगता है कि मरीज को अग्नाशय से जुड़ी समस्या है या उसके लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं.जैसे कि –
- भूख ना लगना
- उल्टी होना
- पेट या पीठ में दर्द
- कमजोरी लगना
- वजन कम होना
- बुखार
- बेचैनी
- थकान
- दस्त
- पेट से जुड़ी समस्या या
- पाचन समस्या
यदि आपको इस तरह की समस्या हो रही है तो हो सकता है कि आपको अग्नाशय से जुड़ी समस्या है या फिर अन्य कोई समस्या भी हो सकती है. इसलिए इस तरह की स्थितियों में डॉक्टर से सलाह जरूर लें और अपना ईलाज कराए.
Lipase test से पहले क्या करें?
Lipase test कराने से पहले आपको 8-12 घंटे तक भूखे रहने की आवश्यकता होती है.इस टेस्ट से पहले यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहें हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें.क्योकि कुछ दवाइयों जैसे गर्भ निरोधक गोलियां और डायुरेटिक दवाइयों के कारण टेस्ट के रिजल्ट प्रभावित हो सकता है.
Lipase test कैसे किया जाता है?
Lipase test करने के लिए आपके बाजू से एक पतली निडल के द्वारा ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर लैब में जाँच करने के लिए भेज दिया जाता है.जहाँ पर ब्लड सैम्पल से इस टेस्ट को colorimeter या analyzer से किया जाता है.
Lipase test का नार्मल रेंज और परिणाम –
इस टेस्ट का नार्मल रेंज और परिणाम, व्यक्ति के स्थिति उम्र और लिंग के अनुसार अलग-अलग हो सकता है.समान्यत: Lipase test की नॉर्मल रेंज 0-160 unit /litre होता है.
Last word –
दोस्तों आपने आज के इस पोस्ट “Lipase test in Hindi ” के माध्यम से जाना कि Lipase test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है.साथ ही आपने जाना कि Lipase test का नार्मल रेंज कितना होता और इसके घटने या बढ़ने से क्या होता है.
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