Urine protein test in Hindi | Protein in urine in Hindi.
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Urine protein test in Hindi ” में. आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे कि Urine protein test क्या होता है, urine protein test क्यों किया जाता है और urine protein test कैसे किया जाता है. साथ ही हम जानेंगे कि urine में protein आने के कौन-कौन से कारण होते हैं. इसलिए हमें आशा है कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
Urine protein test in Hindi. |
Urine protein test क्या है? (what is urine protein test in Hindi).
Urine protein एक मूत्र परीक्षण है, जिससे Urine में उपस्थित प्रोटीन की मात्रा की जांच की जाती है.समान्यत: urine में प्रोटीन नहीं होता है परंतु किडनी के खराब होने के कारण या सही से काम नहीं करने के कारण, किडनी सही से प्रोटीन को फिल्टर नहीं कर पाती है जिससे urine में प्रोटीन आने लगता है.
Urine में प्रोटीन आने के और भी कई कारण हो सकते हैं.जिसके बारे में हम आगे जानने वाले हैं, तो चलिए जानतें हैं कि urine में प्रोटीन क्यों आता है और इसके कौन-कौन से कारण हो सकते हैं.
Urine में प्रोटीन आने का कारण –
जब भी हम बीमार होते हैं तो कई बार urine में प्रोटीन आ सकता है, जो ठीक होने के बाद नहीं आता है.परन्तु कई बार ऐसा भी होता है कि बिना किसी समस्या या बीमारी के बाद भी जब मूत्र में प्रोटीन आता है तो इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेकर urine routine test जरूर करना चाहिए. इन स्थितियों में urine में प्रोटीन आ सकता है –
- बुखार
- सर्दी /खांसी
- मलेरिया
- UTI infection
- गर्भावस्था के दौरान
- ज्यादा व्यायाम करने से
- उच्च रक्तचाप
- किडनी की समस्या में
- हृदय रोग में
- मधुमेह के कारण
इन स्थितियों में मूत्र में प्रोटीन आ सकता है और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा भी हो सकता है.जिसके शुरूआती लक्षण तो दिखाई नहीं देते, क्योंकि जब तक किडनी की समस्या बढ़ नहीं जाती तब तक इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. तो चलिए जानतें हैं किडनी खराब होने और प्रोटीन आने के लक्षण के बारे में.
Urine protein test कब कराना चाहिए?
Urine में प्रोटीन तब ही आता है जब किडनी सही से काम नहीं करता है या फिर कई बार बीमारियों में भी मूत्र में प्रोटीन आने लगता है. जिसके कुछ लक्षण इस प्रकार के हो सकते हैं. जैसे कि –
- कमजोरी महसूस होना
- बार-बार पैशाब आना
- पेट में दर्द
- भूख कम लगना
- साँस फूलना
- शरीर में सूजन
- उदर के पास दर्द
- मांशपेशियो में सूजन या दर्द
- झागदार पैशाब का होना
इस प्रकार के लक्षण किडनी के खराब होने पर भी दिखाई देता है. खासकर यदि आपको झागदार पैशाब और सूजन हो तो इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपना ईलाज जरूर करें.नहीं तो यह आगे चलकर और भी गंभीर समस्या पैदा कर सकती है.
Urine protein test कराने से पहले क्या करें?
Urine protein test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है.हाँ,यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें. Urine protein test करने के लिए urine sample लिया जाता है जिसका जाँच लैब में किया जाता है.
Urine protein test करने के कई तरीके हैं. जिससे आप urine में प्रोटीन का पता लगा सकते हैं.तो चलिए जानतें हैं कि urine protein test कैसे किया जाता है.
Urine protein test कैसे किया जाता है?
Urine में प्रोटीन की जांच करने के कई तरीके हैं, जिसमें urine strip के द्वारा जांच करने से आसानी से यह पता लगाया जाता है कि urine में प्रोटीन आ रहा है या नहीं.
परन्तु urine में प्रोटीन की सही से पता लगाने के लिए और भी टेस्ट किए जाते हैं. कई लैबों में यह जांच manually भी किया जाता है जो कि heat and acitic acid method से करते हैं.
पैशाब की जांच करने के लिए अन्य टेस्ट –
पैशाब का सही जांच करने के लिए और भी कई टेस्ट किए जाते हैं. जैसे कि –
- Urine routine test
- Urine microscopic test
- Urine culture and sensitivity test
- 24 hrs. Urine protein clearance test
इनके अलावा किडनी की जांच के साथ -साथ और भी टेस्ट किए जाते हैं जिससे डॉक्टर आपके बीमारियों को सही से पहचान सकें और आपका इलाज कर सकें.
Last word –
दोस्तों आपने आज के इस पोस्ट “Urine protein test in Hindi ” के माध्यम से जाना कि urine protein test क्या होता है और urine protein test क्यों किया जाता है. साथ ही आपने और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी जानें.
आशा करता हूं आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद.