Ash Gourd in Hindi | पेठा क्या है- इसके फायदे और नुकसान.
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Ash gourd in Hindi ” में. आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि पेठा( Ash gourd ) क्या होता है और इसे खाने से क्या फायदे और नुकसान होता है. साथ ही इससे जुड़े और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
Ash gourd in Hindi. |
Ash gourd को हिन्दी में पेठा कहा जाता है. यह कद्दू के तरह ही होता है. जिसे और भी कई नामों से जाना जाता है. जैसे कि सफेद कद्दू, राख लोकी, रखिया और सफेद पेठा भी कहा जाता है.
सफेद पेठा को संस्कृत भाषा में ‘कुष्मांड’ नाम से जाना जाता है. कुष्मांड का अर्थ होता है जिसमें बिलकुल भी गर्मी नहीं हो अर्थात पेठा एक ऐसा फल है जिसमें बिल्कुल भी गर्मी नहीं होता है.
Ash Gourd में कैलोरीज (Calories) बहुत कम मात्रा में होती है और इसमें लगभग 96% पानी की होता है.यह फाइबर सामग्री से समृद्ध होता है और शरीर को पोषण देने वाले विभिन्न पोषक तत्व इसमें मौजूद होते है.
सफेद पेठा क्या है?( What is ash gourd in Hindi).
Ash Gourd कद्दू की तरह होता है जो हरी-सलेटी रंग का होता है. जिसके ऊपरी भाग सफेद राख के जैसा होता है, इसीलिए इसे अंग्रेजी में Ash Gourd कहा जाता है.English में Ash का मतलब ‘राख’ और Gourd का मतलब ‘लौकी’ होता है. साथ ही इसे अंग्रेजी में Ash Gourd, Winter Melon, White Melon, Wax Gourd या Chinese Watermelon नाम से भी जाना जाता है.
इसका वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) ‘बेनीनकासा हिसपिडिया (Benincasa Hispidia)’ है.Ash Gourd (राख लौकी) बेनीनकासा परिवार में Cucurbitaceae के अंतर्गत आता है.यह बहुत ही गुणकारी कद्दू है जिसे आयुर्वेद में एक औषधी के रूप में भी प्रयोग में लाया जाता है.
Ash gourd (सफेद पेठा) में क्या – क्या पाया जाता है?
Ash gourd को सात्विक तथा गुणकारी फल कहा जाता है,जिसका कारण इसमें पाए जाने वाले विटामिन्स और खनिज है.जो इस प्रकार है –
- Ash Gourd content per 100 gm
- Calories: 14 Kcal
- Carbohydrates: 3.39 gram
- Protein: 0.62 grams
- Fat: 0.02 grams
- Dietary Fiber: 0.5 grams
- Cholesterol: 0.00 gram
- List of Vitamins and Minerals(विटामीन और मिनरल्स) –
- Thiamine
- Vita B5
- Vita C
- Vita B6
- Phosphorus
- Zinc
- Niacin
- Iron
- Magnesium
- Manganese
पेठा (Ash Gourd) खाने के क्या क्या फायदे हैं?
Ash gourd खाने के कई सारे फायदे होते हैं.इसके सेवन से वजन कम करने तथा पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ अन्य कई फायदे होते हैं. जो निम्न हैं –
- यह वजन कम करने में सहायक होता है.
- विटामिन सी प्रदान करता है.
- मानसिक विकार के रोगीयों ने इसका सेवन करना चाहिए, यह मन को शांत रखता है.
- सूजन को कम करता है.
- अल्सर (ulcer) को रोकता है.
- इसके सेवन से पाचन शक्ति में सुधार होता है.
आयुर्वेद में पेठा को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करनेवाला सात्विक फल कहा गया है.आयुर्वेद के अनुसार अगर सुबह इसका रस (Juice) पिया जाये तो यह भारी मात्रा में शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और हमारे चित्त को भी शांत रखता है.
सफेद कद्दू (Ash gourd) से क्या क्या बनता है?
पेठा से मिठाई बनाया जाता है. पेठे से सब्जी बनाया जाता है और इसे सलाद के रूप में भी उपयोग करते हैं.पेठे के टूकड़ों को सांभार (Curry) में भी डाला जाता हैं.गर्मी के दिनों में इसके टूकड़े करके उन्हें धुप में सुखाकर और बाद में सब्जी में खाया जाता है.
सुबह-सुबह पेठे (Ash Gourd) के रस का सेवन भी किया जाता है जो अनेक रोगों में लाभकारी होता है,तो चलिए जानतें हैं पेठे के जूस से क्या होता है?
पेठा जूस पीने से क्या होता है?
पेठे के जूस पीने से निम्नलिखित फायदे हैं –
- पेशाब साफ़ होने में यह फायदेमंद है.
- रक्तविकार दूर करने में ये फायदेमंद है.
- किडनी में जब पत्थर होता है तब इसका सेवन लाभकारक होता है.
- ह्रदय और मस्तिष्क की ताकत बढाने में यह लाभकारी होता है.
- तनाव (Stress) को कम करने के लिए ये अच्छा होता है.
- इसके सेवन से घबराहट, चिडचिडापण, सम्भ्रम कम हो जाता है.
- Depression (निराशा) में डॉक्टर की मुख्य दवाई के साथ इसका सेवन करना लाभ दायक होता है.
- हमारे शरीर के रक्त संचार प्रणाली (blood circulatory system) को ताकत देने का काम ये करता है.
- किसी भी बड़ी बीमारी के बाद जब ताकत बढाने की आवश्यकता रहती है तो इसका सेवन काफी फायदेमंद रहता है.
यदि कैंसर रोगी प्रतिदिन राख लौकी (Ash Gourd) के रस का सेवन करते हैं, तो शरीर में कैंसर की कोशिकाओं की संख्या कम होने में मदद मिलती है.इसका सेवन शरीर के नाड़ियों को आराम पहुंचाता है, शरीर को ऊर्जा देता है और बुद्धि को भी तेज करता है.
पेठा (ash gourd) से रस (जूस)
बनाने की विधि –
आयुर्वेद के अनुसार इसका रस पीना लाभकारी होता है.इसका रस बनाना काफी आसान है तो चलिए जानतें हैं पेठा से जूस कैसे बनाया जाता है –
- पेठा से बीजों को पूरी तरह से निकाल ले और
- उसके बाद इसके छिलके को निकाल ले.
- फिर इनके टुकड़े कर ले.
- इन टुकड़ों को मिक्सर के blender जार में डालकर इनको blend कर ले.
- Blend करने के बाद इनको साफ़ कपडे से या छलनी से अच्छी तरह छान ले.
- इस रस में शहद मिला ले और बाद में सेवन कीजिये.
आप इस रस में अपने पसंद के अनुसार काली मिर्च पावडर, नमक या नींबू का रस भी डाल सकते है.
बिना मिक्सर के रस बनाने के लिए पेठा को पीसकर और इसको साफ़ कपड़े से छानकर भी इसका रस निकला जा सकता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक नुसार आमतौर पर वयस्क आदमी 50 मीली और बच्चे 25 मीली मात्रा तक इसका सेवन कर सकते है.सेवन करने से पहले इसमें एक चम्मच शहद मिला लीजिये.
इसके रस का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन में किया जाये तो वो ज्यादा लाभकारक रहता है ,क्योंकी किसी भी चीज़ का अतिरिक्त सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
Ash Gourd के रस के नुकसान-
जिन लोगों को दमे (Asthama-अस्थमा) की बीमारी हैं, जो सर्दी-जुकाम के लिए अतिसंवेदनशील हैं, जिन्हें हरदम कफ की शिकायत रहती है, ऐसे लोग अगर Ash Gourd के रस का सेवन करते हैं, तो उनको तुरंत सर्दी हो सकती है क्योंकि यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है.
ठण्ड के प्रती संवेदनशील लोग अगर Ash Gourd के रस का सेवन करना चाहते है तो इस रस में वह शहद या काली मिर्च डालकर सेवन कर सकते हैं.यह कुछ हद तक शीतलन प्रभाव को बेअसर कर देगा.
Ash Gourd का ज्यादा सेवन करने से नुकसान –
पेठा (Ash Gourd) में बहुत अधिक फाइबर (fiber-रेशा) होता है.ज्यादा dietary fiber के सेवन से कब्ज (constipation) हो सकता है.
अस्थमा, सरदी-खांसी के रोगी को Ash Gourd की सब्जी नहीं खानी चाहिए.
ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर यह Blood Sugar Level (रक्त शर्करा स्तर) कम करता है.इसलिए इसके अधिकतम सेवन से बचे.
शारांश –
दोस्तों आज आपने इस पोस्ट “Ash gourd in Hindi ” के माध्यम से जाना कि ash gourd क्या होता है और इसके कौन-कौन से फायदे एवं नुकसान होते हैं. साथ ही इससे जुड़े और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की.आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा. यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.धन्यवाद.