CA 125 टेस्ट क्या है | CA 125 test in Hindi.
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “CA 125 test in Hindi” में. आज आप जानेंगे कि CA 125 test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है.साथ ही आप जानेंगे कि CA 125 test का नार्मल रेंज कितना होता है और इसके घटने या बढ़ने से क्या होता है. इन सभी बातों के बारे में हम जानेंने वाले हैं इसीलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
CA 125 test in Hindi. |
CA 125 test क्या होता है? (What is CA 125 test in Hindi).
यह एक ब्लड जांच है. जिसे CA 125 यानि Cancer Antigen 125 या CA tumor marker test भी कहा जाता है. CA 125 एक प्रकार का एंजाइम होता है.जो ऑवेरियन कैंसर के सतह पर पाया जाता है.इस टेस्ट के द्वारा हमारे शरीर में CA 125 नामक प्रोटीन को मापा जाता है. जब किसी महिला को अंडाशय(Ovary) का कैंसर होता है तो CA 125 की मात्रा ज्यादा हो जाती है.
CA 125 test क्यों किया जाता है?
महिलाओं में खासकर ऑवेरियन कैंसर का पता लगाने के लिए CA 125 test किया जाता है.साथ ही इस टेस्ट से यह भी पता लगाया जाता है कि ऑवरी का कैंसर कितना फैला है या इसके ईलाज के लिए दी जाने वाली दवाइयों का असर जानने के लिए भी यह टेस्ट किया जाता है.
CA 125 test कब किया जाता है?
जब डॉक्टर को यह लगता है कि मरीज को ऑवरी (अंडाशय) का कैंसर है या फिर उससे संबंधित लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. ऑवेरियन कैंसर से पिड़ीत व्यक्ति में इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
- पेट में दर्द या सूजन
- कब्ज
- पेट भरा हुआ लगना
- पैशाब में वृद्धि
- थकान
- कमजोरी महसूस होना
- पीठ में दर्द
यदि आपको इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो हो सकता है कि आपको अंडाशय का कैंसर हो परन्तु यह निश्चित नहीं है कि इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको कैंसर ही हो.इसलिए इस बात का सही से पता लगाने के लिए डॉक्टर से मिले और अपनी जाँच कराए.
CA 125 test कराने से पहले क्या करें?
CA 125 test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है. हाँ, यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें ताकि डॉक्टर आपकी समस्या को सही से समझ सकें. यह टेस्ट व्यक्ति की सुविधा अनुसार कभी भी और किसी भी समय कराया जा सकता है.
CA 125 test कैसे किया जाता है?
CA 125 test करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है, जिसके लिए सबसे पहले आपकी बाजू पर टरनिकेट बांघा जाता है और फिर एक पतली निडल से ब्लड सैम्पल लिया जाता है.
ब्लड सैम्पल लेने के बाद फिर लैब में जाँच किया जाता है. इस जांच को बहुत ही आसानी से किया जाता है और इसका रिपोर्ट बहुत ही जल्द दे दिया जाता है.
CA 125 test का नार्मल रेंज और परिणाम –
CA 125 test का नार्मल रेंज 0-35.unit/ml होता है परन्तु कई लैबों में यह थोड़ा अलग हो सकता है.यदि CA 125 test समान्य से अधिक होती है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति को ऑवेरियन कैंसर होने की संभावना है या ऑवेरियन कैंसर है.
यदि इस टेस्ट का मान पहले से कम हो जाता है तो इससे पता चलता है कि आपका ईलाज सही से चल रहा है और आपके ईलाज में दी जाने वाली दवाई सही से काम कर रही है.
इसके अलावा कई बीमारियों में भी CA 125 test की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है.तो चलिए जानतें हैं कि किन बिमारीयों में CA 125 की मात्रा ज्यादा हो जाती है.
क्या समान्य बीमारियों में भी CA 125 test की मात्रा ज्यादा हो जाती है ?
जी हां, समान्य बीमारियों में भी CA 125 test की मात्रा बढ़ जाती है. इन बिमारीयों में CA 125 test की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है. जैसे कि –
- लीवर डीजीज
- लीवर सिरोसिस
- मासिक धर्म में
- गर्भावस्था में
- पेलविक इंफ्लामेटरी डीजीज में
इसके अलावा अन्य कई प्रकार के बीमारियों में भी CA 125 test की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है.
CA 125 test की कीमत कितनी होती है?
CA 125 test की कीमत अलग-अलग लैबो में अलग-अलग होता है, जो सामान्यतः 400-1000 रूपए तक हो सकती है. इस टेस्ट के साथ अन्य टेस्ट भी कराने की सलाह दी जाती है.जिसके अनुसार कुल टेस्ट की कीमत और भी ज्यादा हो सकती है. जो प्रत्येक लैब के अनुसार अलग-अलग होती है.
आपने जाना –
दोस्तों आज के इस पोस्ट “CA 125 test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि CA 125 test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि CA 125 test का नार्मल रेंज कितना होता है और इसके कब कराना चाहिए.आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा, यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें..धन्यवाद.