Differential leukocyte Count क्या होता है | DLC count in Hindi.
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “DLC count test in Hindi ” में, आज हम Differential leukocytes count के बारे में जानेंगे.साथ ही जानेंगे कि DLC test कैसे किया जाता है, DLC के घटने या बढ़ने से क्या होता है,DLC test का नार्मल रेंज कितना होता है और DLC count test का report कैसे देखें.इन सभी के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं इसलिए आशा करता हूं कि आप ध्यान से पढ़ेगें.
DLC count in hindi. |
DLC test क्या होता है? (What is DLC count test in Hindi).
DLC count एक प्रकार का ब्लड जांच है जो हमारे शरीर में उपस्थित विभिन्न प्रकार की ल्यूकोसाइट की संख्या को बताता है. इसलिए DLC test को डिफ्रेंशियल काउंट भी कहा जाता है.DLC count में अलग-अलग तरह की कुल 100 cells काउंट की जाती है.DLC दो प्रकार की होती है.
Granulocytes –
Granulocytes में Granules पाए जाते हैं. इसलिए इसे Granulocytes कहा जाता है.
Neutrophils – 50-65%
Eosinophil – 0-6 %
Basophils – 0-1 %
Non- Granulocytes or Agranulocytes – Non – Granulocytes में Granules नहीं होता है, इसलिए इसे Non-Granulocytes कहते हैं.
Lymphocytes – 20-35 %
Monocytes – 2-8 %
DLC full form in Hindi.
DLC का फुल फॉर्म Differential leukocyte count होता है.Differential leukocytes count test में 5 अलग- अलग तरह की leukocytes (WBCs) की संख्या को गिना जाता है.समान्यत: हमारे ब्लड में 4,000-11,000/cumm WBCs होते हैं. तो अब आप जान चुके हैं कि DLC full form क्या होता है.
DLC count कैसे किया जाता है?
DLC count करने के लिए सबसे पहले Blood smear बनाना होता है.उसके बाद smear को stain किया जाता है जिससे microscopic की जाती है.DLC count करने के लिए निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होती है –
Requirement for slide prepration –
Glass slide
Blood
Micro pipette
Cotton or tissue paper
Procedure for slide prepration –
- सबसे पहले दो glass slide ले, जो पूरी तरह साफ और सूखा होना चाहिए.
- फिर EDTA Blood को अच्छे से मिक्स करले या सिर्फ DLC test के लिए finger को prick करकें ब्लड सैम्पल कलेक्ट कर ले.
- अब एक बून्द ब्लड को glass slide पर डाले और
- दूसरे स्लाइड से 30-45 डिग्री का कोण बनाते हुए slide को spread करें.इस तरह आपका Blood smear बन जाएगा.
अब इस Smear को stain करे.Stain करने के लिए निम्न चीजों की जरूरत होती है –
Tongue shaped Smear
Lishmans stain
Distilled water
- Blood smear को stain करने के लिए सबसे पहले smear को हवा में ड्राइ होने दें.
- फिर Smear पर lishmans stain डालें और 5-7 मिनट तक छोड़ दें. ताकि cells अच्छे से colorise हो.
- 5-7 मिनट बाद Slide पर Distilled water डालें और 2-3 मिनट तक छोड़ दें. Distilled water डालने से यह ज्यादा color लिए हुए cells को Decolorised करने का काम करता है. जिससे cells Clear दिखाई देता है.
- अब इस slide को running tap water में wash करे. Slide wash करते समय ध्यान रहे कि smear खराब ना हो.
- फिर Slide को dry (सूखने) होने के लिए छोड़ दे. जब Slide सूख जाए तो इस microscope के द्वारा microscopic करें.
- Slide smear को सबसे पहले 10x पर देखें और फिर 40x पर microscopic करे.
Cells count करने के तरीके –
Cell counter –
Cell counter के द्वारा cells को आसानी से count कर सकते हैं, क्यों कि Cell counter पर सभी cells के पहले अक्षर लिखे होते हैं.
जो cell दिखाई देता है उसे दबाते जाए.जब 100 cells Count हो जाते हैं तो cell counter से आवाज आती है.फिर जितने -जितने cells दिखे हैं उतना प्रतिशत लिख दे.
Table बनाकर –
Blood smear को count करने के लिए एक table बना लें.जिसमें 100 खाने होना चाहिए और फिर smear में cells को count करते जाए और लिखते जाए.जैसे कि यदि Neutrophils दिखाई देता है तो N, Monocytes में M, Lymphocytes में L, Eosinophil में E और Basophil दिखने पर B लिखें. इस तरह जब 100 cells count हो जाते हैं तो उसे अलग-अलग count कर ले.
DLC test report घटने या बढ़ने से क्या होता है?
DLC count test में पाँच तरह की कोशिकाओं की जांच की जाती है और देखा जाता है कि कौन से Cells कितनी मात्रा में है.तो चलिए बात करते हैं इन पाँचों Cells के बारे में बिस्तार से, ये Cells हैं –
- Neutrophils
- Lymphocytes
- Monocytes
- Eosinophil
- Basophil
Neutrophils –
हमारे white blood cells में 50-65% Neutrophils पाए जाते हैं. Neutrophils को polymorphonuclear (PMN) भी कहा जाता है क्योंकि इसमें कई प्रकार के nucleus पाए जाते हैं.
इसका diameter लगभग 10-12 micrometer का होता है. Neutrophils की जीवनकाल 6 घंटे से लेकर कुछ दिनों तक होता है.Neutrophils हमारे शरीर में बैक्टीरिया को मारने का काम करता है.
Lymphocytes –
Lymphocytes में nucleus पाए जाते हैं.जो लगभग गोलाकार होता है. Lymphocytes का normal range 20-35 % होता है.श्वेत रक्त कोशिका में दो तरह के lymphocytes होते हैं.
एक छोटा लिम्फोसाईट होता है, जिसका diameter 7-8 micrometer होता है और एक बड़ा लिम्फोसाईट होता है, जिसका diameter 12-15 micrometer होता है.Lymphocytes का जीवनकाल कुछ सप्ताह तक होता है.
Monocytes –
Monocytes श्वेत रक्त कोशिका में सबसे बड़ी कोशिका होती है.यह किडनी के आकार का होता है.Monocytes का Normal range 2-8% होता है. Monocytes का जीवनकाल कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक होता है. Monocytes ,damage और old cells को खत्म करता है.
Eosinophil –
Eosinophil का नार्मल रेंज 0-6% होता है. Eosinophil में एक बड़ा nucleus होता है जो दो भागो में विभाजित होता है.इसलिए इसे Bilobed-nucleus भी कहा जाता है.Eosinophil का जीवनकाल 8-12 दिनों तक का होता है. यह हमारे शरीर में parasites को मारने का काम करता है
Basophil –
Basophil का normal range 0-1% होता है. इसे microscope से देखने पर colourful दिखाई देता है. Basophil में भी nucleus पाए जाते हैं जो अत्यधिक Granules के कारण अच्छे से दिखाई नहीं देता है.
Basophil का जीवनकाल कुछ से कुछ दिनों तक होता है. Basophil से एक विशेष प्रकार की anticogulant स्रवित होता है जो हमारे ब्लड को जमने से रोकता है या जमने नहीं देता है.
आपने क्या सीखा –
दोस्तों आप को यह पोस्ट “DLC count in Hindi ” कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं और यदि आपको इस पोस्ट से थोड़ी भी जानकारी मिली हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पता चल सके. धन्यवाद..