ELISA test in Hindi | ELISA Test क्या होता है ?
आज के इस पोस्ट “ELISA test in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि ELISA क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. इसका उपयोग किन रोगों का पता लगाने के लिए किया जाता है और यह टेस्ट डॉक्टर द्वारा कराने की सलाह कब दी जाती है.साथ ही ELISA test से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जानेंगे.इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
ELISA Test in Hindi. |
ELISA test क्या होता है? (What is ELISA test in Hindi).
ELISA एक serological test है. ELISA का फुल फॉर्म यानि पूरा नाम Enzyme linked immuno sorbent Assay होता है. इसे EIA test भी कहा जाता है.Elisa test का मुख्य काम होता है हमारे ब्लड में एंटीजन और एंटीवॉडी का पता लगाना,जो किसी प्रकार की इंफेक्शन की वजह से बनता है.
ELISA test का उपयोग कई कारणों से किया जाता है और कई प्रकार की वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों में भी इसका टेस्ट किया जाता है.
ELISA test के कितने प्रकार होते हैं?
ELISA test चार प्रकार के होते हैं,जो इस प्रकार हैं –
- Direct ELISA test
- Indirect ELISA test
- Sandwich ELISA test
- Compatative ELISA test
ELISA test क्यों किया जाता है?
ELISA test मुख्य रूप से ब्लड में एंटीजन और एंटीवॉडी का पता लगाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा ELISA test और भी कई कारणों से किए जातें हैं.जैसे कि –
- किसी बैक्टीरिया या वायरल बिमारीयों का पता लगने के लिए
- किसी बीमारी पर नजर रखने के लिए ‘कि वह कैसे काम कर रहा है ‘
- किसी विशेष बीमारीयों के लिए
- HIV की जांच के लिए
- वायरल बिमारीयों जैसे -Dengue के लिए
- बैक्टीरियल बीमारियों जैसे – टीबी के लिए
- लाइम की बीमारियों में
- वैरीकाला जोस्टर वायरस -जो चिकनपॉक्स और दाद का कारण हैं
- जीका वायरस
- कार्सिनोमा
- Anemia
ELISA test कब कराना चाहिए?
ELISA test कराने की जरूरत कई कारणों से हो सकता है.ऐसे ही कुछ कारण या स्थितियों में ELISA test कराने की सलाह दी जाती है जो निम्नलिखित हैं –
- यदि आपको को HIV के लक्षण दिखाई दे रहे हो,
- यदि आप एक से अधिक व्यक्ति के साथ यौन किया हो तो,
- यदि आपका किसी HIV से संक्रमित मरीजों के साथ सम्बन्ध है तो,
- यदि आप बिना कोंडोम के यौन संबंध बनाए हैं तो
- यदि आप किसी नशीले दवाओं का सेवन कर रहें हैं और उस सुई को एक दूसरे के साथ शेयर कर रहें हैं तो,
- यदि यौन संक्रमण की पुष्टि की गई है
- यदि आपने किसी ऐसे व्यक्ति से यौन संबंध बनाए हैं, जिसका पता ना हो कि उसे HIV या यौन संक्रमण है या नहीं.
इसके अलावा भी अन्य कई कारण हो सकते हैं जो HIV के होने का कारण हो तो इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह जरूर लें. यदि आपके साथ भी इनमें से कोई भी तरह की स्थिति है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करे और अपनाी यौन संक्रमण जांच कराए तथा इन सभी से बचने की कोशिश करें.
ELISA test से पहले क्या करें?
ELISA test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है.इसके लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर लैब में जाँच किया जाता है. जांच कराने से पहले डॉक्टर को यह अपनी सारी बातें बता दें,जैसे कि यदि आपको सुई से डर लगता है या ब्लड देने के बाद चक्कर आता है या फिर आपको अल्परक्तता है तो इन सब के बारे में बता दें.
यदि आप किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन कर रहें हैं तो वह भी बता देना चाहिए. ताकि डॉक्टर को आपके स्वस्थ्य के बारे में पूरी जानकारी हो और अच्छे से आपका ईलाज कर सकें.
ELISA test के जोखिम –
ELISA test कराने से कोइ खास तरह की जोखिम नहीं होती है. जब आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है तो उस समय थोड़ा चक्कर आना या बेहोशी जैसे लग सकता है. जो सामान्यतः ठीक भी हो जाता है. इसलिए ब्लड सैम्पल देने के बाद थोड़ी देर बैठ कर आराम कर ले उसके बाद ही कही पर जाए.
ELISA test कैसे किया जाता है –
ELISA test करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर उस ब्लड सैम्पल को लैब में भेज दिया जाता है जहाँ पर जांच की जाती है.Elisa test करने के लिए Fully automated analyzer या semi auto analyzer की जरूरत होती है. जिसके द्वारा यह टेस्ट बहुत ही आसानी से किया जा सकता है.
ELISA test करने के लिए विशेष कर Automated ELISA machine भी होता है.जिसके द्वारा ELISA test किया जाता है.
ELISA test के चार प्रकार होते हैं जिसके टेस्ट करने की विधि अलग अलग होती है.
ELISA test का परिणाम –
ELISA test का परिणाम कई बातों पर निर्भर जैसे कि किए गए टेस्टों के प्रकार और अलग अलग लैबों में इसके परिणाम अलग हो सकता है.
Elisa test का positive result या negative result के बारे में अच्छे से समझने के लिए डॉक्टर से संपर्क करे और सभी प्रश्नों के बारे में विस्तार से पूछे. क्योंकि कई बार इस तरह के टेस्ट के परिणाम अन्य कारणों से भी शाकारात्मक आ सकता है.
यदि इस टेस्ट का परिणाम किसी टेस्ट के लिए सकारात्मक आता है तो ऐसा नहीं है कि वह रोग है या ऐसा भी हो सकता है कि वह बीमारी आपको है. इसलिए डॉक्टर कई बार अन्य टेस्ट भी लिखते हैं.
लेकिन कई बार इस तरह के रिपोर्ट काभी संवेदनशील होता है और कई तरह की बीमारियों और बैक्टीरियल या वायरल किसी भी प्रकार की बीमारियों के लिए काभी कारगर होता है.
ELISA test price कितना होता है?
ELISA test price अलग -अलग लैबों के अनुसार अलग-अलग होता है और यह आपके क्षेत्र के अनुसार भी अलग हो सकता है. जो सामान्यतः 650-2500 रूपए के बीच तक हो सकता है. इस तरह के जाँच बहुत ही महत्वपूर्ण जांच होते हैं. इसलिए इसके जाँच के लिए किसी अच्छे लैब से ही इसकी जांच कराए.
Conclusion –
दोस्तों आज के इस पोस्ट”ELISA test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि ELISA test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि ELISA test कब किया जाता है और इसकी कीमत कितनी होती है. इसके अलावा आपने ELISA test से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों के बारे में जाना.
आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद.