Fasting Blood sugar test क्या है | FBS full form in Hindi.

Fasting Blood sugar test क्या है | FBS full form in Hindi. 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “Fasting Blood sugar test in Hindi ” में, आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि Fasting Blood sugar test क्या होता है और क्यों किया जाता है. साथ ही आप जानेंगे कि Blood sugar की जांच कैसे की जाती है और यह कितने प्रकार का होता है.इसके अलावा और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने वाली है अतः आशा है कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें. 

Fasting Blood sugar test क्या है | FBS full form in Hindi.
FBS test in Hindi. 

दोस्तों जब भी हम भोजन करते हैं तो यह सबसे पहले ऑत में जाता है,जहाँ से भोजन के पाचन की क्रिया शुरू होती है.इंसुलिन हमारे भोजन में उपस्थित Glucose, कार्बोहाईड्रेट को पचाने का काम करती है.इंसुलिन एक प्रकार का एंजाइम होता है जो Pancrease के द्वारा बनाता है.

जब हमारे शरीर में Pancrease सही से काम नहीं करता है तो इंसुलिन बहुत ही कम मात्रा में बनती है, जिससे भोजन में उपस्थित कार्बोहाईड्रेट का पाचन नहीं होता है और यह धीरे-धीरे स्टोर होते जाता है.जब हमारे ब्लड में शर्करा की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो हमें मधुमेह होता है. 

    F test क्या है? (What is Fasting blood sugar test in Hindi) 

    Blood sugar को Diabetes या मधुमेह भी कहा जाता है.यह एक ऐसा रोग है जो ब्लड में शर्करा की मात्रा बढ़ने के कारण होती है.इसी को मापने के लिए एक टेस्ट किया जाता है जिसे हम Fasting Blood sugar test कहतें हैं. ब्लड शुगर की जांच मुख्यत: तीन प्रकार की होती है.

    Fasting Blood sugar (FBS) – 

    Fasting Blood sugar को FBS test भी कहा जाता है. इसकी समान्य मात्रा 70-110 mg/dl होती है. इस टेस्ट के लिए  fasting में रहना होता है यानि कि इस टेस्ट को कराने से पहले कम से कम 8-10 घंटे के उपवास की जरूरत होती है और इसके लिए सुबह का सैम्पल बहुत अच्छा माना जाता है. 

    Random Blood sugar (RBS) – 

    Random Fasting Blood sugar test को RBS test भी कहा जाता है. इसकी समान्य मात्रा 80-120 mg/dl होती है.इसकी जांच किसी भी समय की जा सकती है, इसके लिए भूखे रहने या उपवास की जरूरत नहीं होती है. इसे खाना खाकर भी कराया जा सकता है. 

    Random blood sugar test से जुड़ी जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़े 👉

    Rbs test in Hindi. 

    Post Parandual Blood Sugar (PPBS) – 

    PPBS यानि Post Parandual Blood sugar एक ऐसा जाँच है जिसके लिए पैशेंट को पहले Fasting sugar के लिए ब्लड सैम्पल देना होता है और फिर 2 घंटे के बाद दूसरा ब्लड सैम्पल देना होता है. जिससे PPBS test किया जाता है. इस टेस्ट में देखा जाता है कि खाना खाने से पहले और खाना खाने के 2 घंटे बाद आपके ब्लड में शुगर की मात्रा कितनी है.

    समान्यत: हमारे ब्लड में fasting  sugar की मात्रा 70-110 mg/dl , Random sugar की मात्रा 80-120 mg/dl और PPBS sugar की मात्रा 140 mg/dl से ज्यादा नहीं होना चाहिए. 

    और पढ़े 👉(hba1c test in Hindi

    Fasting Blood sugar test क्यों किया जाता है? 

    Fasting Blood sugar test ,ब्लड में उपस्थित शर्करा की मात्रा को जानेंने के लिए किया जाता है.इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं जिनमें डॉक्टर आपको यह टेस्ट कराने की सलाह देते हैं. जैसे कि –

    • मधुमेह की जांच के लिए 
    • मधुमेह की ईलाज में दी जाने वाली दवाइयों का असर देखने के लिए. 
    • यदि आपकी उम्र 45+ हो तो भी यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. 
    • अत्यधिक वजन या मोटापा में, 
    • परिवार में मधुमेह है या पहले किसी को मधुमेह हुआ हो तो. 

    इस तरह की समस्या होने पर ब्लड शुगर की जांच कराने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं जिनमें यह टेस्ट कराने के लिए कहा जा सकता है. कई बार मरीज की पुरानी स्थिति को जानने के लिए HbA1c test भी कराने की सलाह दी जाती है, जिससे पिछले 3 महीनों के ब्लड शुगर की मात्रा का पता लगाया जाता है. 

    Fasting Blood sugar test कब कराना चाहिए? 

    यदि आप डायबिटीज पेशेंट हैं तो आपको नियमित डायबिटीज की जांच करतें रहना चाहिए, जिससे आपको पता चल सके कि आपका ब्लड शुगर लेवल कितना रहता है.इसके अलावा यदि आपको डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो भी Blood sugar की जांच करानी चाहिए. ब्लड शुगर में या डायबिटीज के मरीजों में इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं. जैसे कि –

    • बार-बार पैशाब आना 
    • पैशाब में चीटीं लगना 
    • शरीर में सूजन 
    • कमजोरी महसूस होना 
    • चक्कर आना 
    • भूख कम लगना 
    • ज्यादा प्यास लगना 

    इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और सलाह लें.साथ ही ब्लड शुगर की जांच भी कराए. 

    Fasting Blood sugar test कराने से पहले क्या करें? 

    ब्लड में शर्करा की मात्रा की जांच करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है. जिसे लैब में जाँच किया जाता है.यदि fasting Blood sugar की जांच लिखी जाती है तो इसके लिए fasting (उपवास) रहना होता है और यदि PPBS test कराने को कहा जाता है तो fasting ब्लड सैम्पल देने के 2 घंटे बाद PPBS test के लिए ब्लड सैम्पल लिया जाता है. 

    Blood sugar की जांच कराने से पहले व्यायाम नहीं करना चाहिए. किसी प्रकार के तनाव से बचना चाहिए और यदि किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें. 

    Fasting Blood sugar test कैसे किया जाता है? 

    Blood sugar की जांच करने के लिए ब्लड सैम्पल की जरूरत होती है जो आपके बाजू से लिया जाता है और फिर लैब में जाँच किया जाता है. Blood sugar के जांच करने के लिए भी कई तरीके हैं परंतु आज हम God-pod method द्वारा Blood sugar की जांच करने की विधि सीखेंगे. तो चलिए जानतें हैं.

    Requirement

    • Test tube 
    • Glucose reagent (God-pod) 
    • Glucose standard (100 mg/dl)
    • Serum or plasma 
    • Distilled water 
    • Colorimeter 
    • Pippette 

    Blood sugar जांच करने की विधि –

    1. सबसे पहले तीन टेस्ट tube लिया जाता है जिस पर BST यानि B-Blank, S-Standard और T-Test लिख दिया जाता है.
    2. फिर तीनों test tube में Pipette की सहायता से 1-1 ml Glucose reagent डाला जाता है. जिसके बाद जिस test tube पर B लिखा है यानि Blank वाले test tube में 0.1 ml(100 microlitre) Distilled water डाल दिखाए. 
    3. उसके बाद S-Standard वाले test tube में 0.1 ml standard डाल दिया जाता है और फिर 
    4. T-Test वाले tube में 0.1 ml serum या plasma डाल दिया जाता है और फिर तीनों test tube को अच्छे से मिक्स किया जाता है और 
    5. 10 मिनट के लिए incubation में डाल दिया जाता है या 10-15 मिनट room temperature पर रखा जाता है. और फिर कुछ देर बाद 
    6. Distilled water से OD लिया जाता है यानि colorimeter को 0 पर सेट किया जाता है.उसके बाद standard और test tube का OD लिया जाता है.  

    उसके बाद calculation करके रिजल्ट दिया जाता है. 

    Calculation करने के लिए formula –

    Calculation = OD of Test / OD of standard * concentration of standard (100g/dl).

    Fasting Blood sugar test का परिणाम –

    समान्य परिणाम –

    यदि ब्लड शुगर टेस्ट नॉर्मल रेंज में होता है तो इसे समान्य परिणाम कहा जाता है. इसका मतलब होता है कि मरीज को मधुमेह की समस्या नहीं है या जिसे मधुमेह हो तो उनका मधुमेह कंट्रोल है. इसके लिए समान्य मान होना चाहिए –

    Fasting Blood sugar (FBS) – 70-110 mg/dl 

    से ज्यादा नहीं होना चाहिए. 

    असामान्य परिणाम –

    यदि किसी व्यक्ति का डायबिटीज लेवल ऊपर दी गई नॉर्मल रेंज से ज्यादा हो या कम हो तो उसे असामान्य परिणाम कहा जाता है. जो यह बताता है कि किसी व्यक्ति को डायबिटीज है. 

    यदि ब्लड शुगर नॉर्मल रेंज से कम हो तो इसे hypoglycemia कहा जाता है और 

    यदि ब्लड शुगर नॉर्मल रेंज से बहुत ज्यादा हो तो इसे hyperglycemia कहा जाता है. 

    Fasting Blood sugar test (FBS) की कीमत कितनी होती है? 

    अलग-अलग लैबों में ब्लड शुगर की कीमत अलग-अलग हो सकता है. जो सामान्यतः 50-100 रूपए तक में हो जाता है. आप इसे अपने सुविधा के अनुसार कहीं भी करा सकते हैं. 

    आपने सीखा –

    दोस्तों आज के इस पोस्ट “Fasting Blood sugar test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि Blood sugar क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि Fasting Blood sugar test कब कराना चाहिए और इसका नॉर्मल रेंज कितना होता है. आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा. यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.. धन्यवाद. 

    Leave a Comment