Lipid profile test in Hindi | Lipid profile test क्या है ?
Lipid profile test in Hindi. |
स्वागत है आपका एक बार फिर से मेरे इस ब्लॉग में दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं “Lipid profile test in Hindi ” अर्थात लिपिड प्रोफाइल टेस्ट क्या होता है और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट क्यों कराना चाहिए. आज मैं आपको लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं लिपिड प्रोफाइल टेस्ट इन हिंदी के माध्यम से आज आप जानेंगे lipid profile test क्या होता है और यदि lipid हमारे शरीर में ज्यादा हो जाती है तो इसके लिए क्या करना चाहिए और भी कई प्रकार की जानकारी मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने वाला हूं इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को अच्छे से पढ़ेगे और समझेंगे.
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने की जरूरत खासकर, 35 से 40 वर्ष आयु वाले को होता है क्योंकि उम्र के बढ़ने के साथ-साथ तमाम तरह की बीमारियां जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज ,पैर- हाथ का फूलना और मोटापे ज्यादा होने पर डॉक्टर उस पेशेंट को लिपिड प्रोफाइल टेस्ट लिखते हैं इस टेस्ट के द्वारा आपके शरीर में कितनी मात्रा में lipid (वसा) है, इसका पता लगाया जाता है जिससे कि आपको हार्ट अटैक और किसी अन्य बीमारी का खतरा ना हो तो चलिए जानते हैं इसके बारे में.
Lipid क्या है?
लिपिड शब्द लेटिन word lipos से आया है, जिसका अर्थ होता है वसा. लिपिड अर्थात वासा हमारे शरीर में पाया जाता है जो पीले रंग का चिपचिपा युक्त पदार्थ होता है.lipids पानी में घुलनशील नहीं होता है लेकिन यह ऑर्गेनिक substance जैसे अल्कोहल, एल्कोहलिक पदार्थ इन सभी में घुलनशील होता है. यह हमारे शरीर में एनर्जी को स्टोरेज करता है. जिससे हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है और हम अपने आप को ताजा और फ्रेश महसूस करते हैं.
Lipid profile test kya hai in Hindi.
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट एक प्रकार का ब्लड टेस्ट होता है जिसके द्वारा हमारे शरीर के lipids जैसे ट्राइग्लिसराइड, कोलेस्ट्रोल और LDL lipid को मापता है. जब भी हमारे शरीर में लिपिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो हमें कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जैसे हार्ट अटैक का आना मोटापा ज्यादा होना खून की नली में ब्लॉकेज होना और भी कई तरह की बीमारियां हो सकती है.
इसलिए यदि आप 35 से 40 वर्ष के उम्र के हैं तो आपको साल में कम से कम एक बार लिपिड प्रोफाइल का टेस्ट जरूर करना चाहिए और यदि आप की उम्र 20 साल और उससे ज्यादा है तो एक बार अपना lipid profile का टेस्ट जरूर करा लें, ताकि आपको लिपिड से होने वाली किसी भी बीमारी का सामना ना करना पड़े और आप स्वस्थ रहें.
Parts of Lipid profile test ? And normal range of lipid profile test.
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट में निम्नलिखित 5 पार्ट होते हैं और इनका नार्मल रेंज भी आप नीचे देख सकते हैं –
- Total cholesterol – 135-250 mg/dl
- Triglycerides(TG) -25-160 mg/dl
- High Density lipo-protein (HDL) – 30-70 mg/dl
- Low density lipo-protein (LDL) – 60-130 mg/dl
- Very low density lipo-protein (VLDL) – 2-30 mg/dl
- Calculation –
- VLDL= TG/5
- LDL =Cholesterol – HDL – VLDL
Lab test के normal range थोड़ा अलग हो सकता है. हर lab में कुछ ना कुछ changes होता है.
Lipid profile test क्यों और कब कराना चाहिए?
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना बहुत जरूरी है, क्योंकि यदि हमारे शरीर में लिपिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो हमें कई प्रकार की बीमारियां होने का खतरा रहता है अधिकांश लिपिड बढ़ जाने के कारण हमें हार्ट अटैक आने का और मोटापा होने का खतरा रहता है. हमें स्वस्थ रहने के लिए भी लिपिड प्रोफाइल का टेस्ट कम से कम एक बार साल में जरूर कराना चाहिए अब सवाल आता है कि लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कब कराना चाहिए. लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना चाहिए जैसे कि यदि आपको-
- डायबिटीज है
- ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है या
- मोटापा है
- सिर चकराना
- बाई और छाती में दर्द
- दौड़ने या टहलने में कठिनाई होना
- सिर दर्द करना और
- यूरिन (मूत्र) में ब्लड आना
यदि आपको इस प्रकार के किसी भी समस्या है तो आपको लिपिड प्रोफाइल का टेस्ट जरूर करना चाहिए खासकर जो हार्ट के मरीज हैं और आप अपने डॉक्टर से इसके बारे में सलाह जरूर लेना चाहिए जिसे आप स्वस्थ रहे.
Lipid बढ़ने का कारण-
Lipid बढ़ने का बहुत सारे कारण हो सकता है जैसे कि हमारा खान-पान, कई बार ऐसा होता है कि हम अपने खाने पीने पर ध्यान नहीं देते हैं.शराब का सेवन करना धूम्रपान करने से भी lipids बढ़ सकता है.
कई बार मोटापा होना,डायबिटीज हो ना या फिर नियमित व्यायाम नहीं करने से भी लिपिड की मात्रा हमारे शरीर में बढ़ सकती है. इसलिए आपको इन सभी बातों पर ध्यान देना है और अपने लिपिड को बढ़ने से रोकना है ताकि आप स्वस्थ रहें और अपने डॉक्टर से सलाह लेते रहे.
Lipid (LDL) को कम कैसे करें?
LDL lipid को आसानी से कम किया जा सकता है.यदि आप अपने खान-पान पर ध्यान दें, नियमित व्यायाम करें, नमक का सेवन कम करें और तैलीय पदार्थों का सेवन कम करें और भी कई तरह से आप लिपिड को काम कर सकते हैं जैसे-
- नियमित 30 मिनट तक व्यायाम करें
- फल का सेवन करें
- फाइबर युक्त पदार्थ का सेवन करें अर्थात रेशेदार पदार्थ का सेवन करें
- कम नमक की मात्रा ले
- पानी का सेवन अत्यधिक करें
तैलीय पदार्थ और धूम्रपान या शराब का सेवन ना करें, इन सभी टिप्स को करके आप अपने एलडीएल लेवल को अर्थात लिपिड के लेवल को कम कर सकते हैं और यदि किसी प्रकार की समस्या होती है तो अब अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
क्या Lipid profile test के लिए fasting जरूरी है ?
अक्सर कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि “क्या लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के लिए फास्टिंग करना जरूरी है?”. जी हां लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के लिए फास्टिंग करना जरूरी है.
जब भी आप लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने जाते हैं तो कम से कम 10 से 12 घंटे तक का उपवास करना चाहिए अर्थात इस समय आप केवल सादा पानी पी सकते हैं जिससे आपके लिपिड प्रोफाइल टेस्ट का एक्यूरेट रिजल्ट पता चल जाएगा.
Lipid profile test price कितना होता है?
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट का प्राइस अलग-अलग लेबों में ,अलग-अलग होता है क्योंकि यह लैब की विश्वसनीयता और उसके मैनेजिंग पर निर्भर करता है. कई प्रकार के Lab मे lipid profile test की कीमत 600 से ₹1000 तक होती है इसलिए जब भी आप लिपिड प्रोफाइल का टेस्ट कराएं तो किसी अच्छे लैब में कराए ताकि आपको सही टेस्ट रिजल्ट पता चल सके.
आपने सीखा –
दोस्तों आज के इस पोस्ट लिपिड प्रोफाइल टेस्ट इन हिंदी में आपने जाना लिपिड क्या है, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट क्यों कराना चाहिए और कब कराना चाहिए और आपने यह भी जाना लिपिड प्रोफाइल टेस्ट में एलडीएल या लिपिड को कंट्रोल में कैसे कर सकते हैं.यदि आपको इससे जुड़ी कोई भी समस्या हो तो आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा या आपको इस पोस्ट की मदद से थोड़ी सी भी जानकारी मिली हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें .धन्यवाद…