Widal test in Hindi | Widal test kya hota hai in Hindi.
Widal test in Hindi. |
यदि आप सर्च कर रहे हैं या जानना चाहते हैं कि “Widal test kya hota hai” और Widal टेस्ट कैसे किया जाता है तो आप सही जगह आए हैं आज मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाला हूं कि विडाल टेस्ट क्या होता है विडाल टेस्ट क्यों करते हैं और विडाल टेस्ट कैसे किया जाता है. साथ ही और भी कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने वाला हूं इसलिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े और समझे.
जब भी हमें बुखार लगता है और यह बुखार लगभग 1 सप्ताह तक रहता है तो ऐसे में आशंका होती है कि आपको टाइफाइड या जिसे मियादी बुखार कहते हैं, वह हो चुका है और इसके लिए आपको विडाल टेस्ट लिखा जाता है. जिससे पता चलता है कि आपके शरीर में टाइफाइड के बैक्टीरिया मौजूद हैं या नहीं.यदि बैक्टीरिया आपके शरीर में मौजूद होता है तो इसका मतलब है कि आपका विडाल टेस्ट पॉजिटिव आएगा और आपको टाइफाइड हो गया है.
Widal test क्या है? Widal test in Hindi.
विडाल टेस्ट सेरोलॉजी का एक रक्त परीक्षण जांच है जिसके द्वारा आपके शरीर में मौजूद टाइफाइड के बैक्टीरिया की जांच की जाती है. विडाल टेस्ट की खोज Georges fernand widal ने सन् 1896 ईस्वी में किया था. जिसके नाम पर इस टेस्ट का नाम विडाल टेस्ट रखा गया है.
विडाल टेस्ट एक कॉमन टेस्ट है जिसका उपयोग टाइफाइड के जांच के लिए किया जाता है. विडाल टेस्ट के द्वारा सालमोनेला टायफी नामक बैक्टीरिया की जांच की जाती है जिससे टाइफाइड बुखार होता है.
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Widal test क्यों किया जाता है?
हमारे शरीर में मौजूद सालमोनेला टायफी नामक बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए विडाल टेस्ट किया जाता है. सालमोनेला टायफी बैक्टीरिया के कारण ही टाइफाइड बुखार होता है जिसे हम मियादी बुखार (enteric fiver) भी कहतें हैं.
जब भी आपका बुखार लगभग 1 सप्ताह या उससे ज्यादा समय से हो तो हमें विडाल टेस्ट करा लेना चाहिए ताकि हमें यह पता चल सके कि कहीं आपको टाइफाइड तो नहीं हुआ है.
Widal test कब कराना चाहिए?
जब भी आपको 1 सप्ताह से ज्यादा समय से बुखार हो सर्दी खांसी हो और इसके साथ अन्य लक्षण भी हो तो इस स्थिति में विडाल टेस्ट कराना चाहिए जैसे कि-
- 1 सप्ताह से ज्यादा बुखार
- सर्दी खांसी
- सिर दर्द
- पेट दर्द
- भूख कम लगना
- उल्टी होना
- दस्त होना
- कमजोरी महसूस होना
- लाल चकते होना
इस प्रकार के लक्षण आपको दिखाई दे तो बिना देरी किए, आप अपने डॉक्टर से इसका चेकअप कराएं. यदि समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकता है इसलिए शुरुआती लक्षण दिखने पर ही अपना इलाज करवा ले.
Widal test कराने से पहले क्या करें?
Widal test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है. परन्तु अक्सर यह देखा जाता है कि जब भी आप कोई टेस्ट को कराने जाते हैं.तो यदि आप दवाई का सेवन करते हैं तो उसकी जानकारी और अपने सेहत से जुड़ी सभी समस्याओं को डॉक्टर को जरूर बताएं.
Widal test कैसे किया जाता है?
Widal test मुख्यतः तीन प्रकार से किया जाता है.
- Rapid Kit (Typhoid Kit)
- Slide method (Titre method)
- Tube method
इनमें से Rapid kit या slide के द्वारा ज्यादातर टेस्ट किए जाते हैं. कभी-कभी इनका रिजल्ट फॉल्स पॉजिटिव भी आ सकता है यदि आपको पहले से कोई क्रॉनिक डिजीज हो.
1.Rapid Kit के द्वारा विडाल टेस्ट कैसे किया जाता है?
Rapid Kit के द्वारा विडाल टेस्ट बहुत ही आसानी से किया जा सकता है इसके लिए सबसे पहले मरीज का ब्लड कलेक्शन करना होता है. जिसे सेंट्रीफ्यूज करने के बाद सिरम प्राप्त होता है.
अब इस serum को टाइफाइड Kit पर 50-50 माइक्रोलीटर डाला जाता है और दो बून्द Buffer water डाला जाता है.फिर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दिया जाता है. जिसके बाद-
Test results
- यदि दोनो में C पर लाल लकीर बन रहा हो तो उसका मतलब उसे टाइफाइड नहीं है और अगर लाल निशान IgM पर बन रहा हो तो उसका मतलब उस पेशेंट को Acute infection हुआ है और उसे टाइफाइड है.
- यदि लाल निशान IgG पर बनता है तो इसका मतलब है कि मरीज को टाइफाइड हुआ था जो ठीक हो चुका है.जो vaccination लेने पर फॉल्स positive आ सकता है.
और यदि लाल निशान IgM और IgG दोनो पर बन रहा है तो इसका मतलब मरीज को पहले भी टाइफाइड था और अब भी टाइफाइड का Acute infection है. इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह जरूर लें और अपना इलाज कराए.
2.Titre method के द्वारा विडाल टेस्ट कैसे किया जाता है?
Slide के द्वारा ही अधिकांश लबों में विडाल परीक्षण किया जाता है. यह टेस्ट बहुत ही आसानी से और कम खर्चे में हो जाता है इसलिए इस टेस्ट को ज्यादातर लेब में किया जाता है. तो चलिए जानते हैं ,Titre method of से विडाल टेस्ट कैसे किया जाता है.
इसके लिए सबसे पहले आपके पास विडाल टेस्ट के लिए widal test slide, antigen और patient के blood serum की आवश्यकता होती है. Widal test box के साथ 4 तरह के एंटीजन ,1 positive cantrol दिए जाते हैं और स्लाइड भी दिए जाते हैं जिसकी मदद से आप विडाल टेस्ट करते हैं.
Step 1.
सबसे पहले पेशेंट के ब्लड को सेंट्रीफ्यूज करके उससे Serum निकाल ले.
Step 2.
उसके बाद विडाल किट से slide को निकाले. इस slide पर आपको चार सर्कल(गोला) ऊपर और चार गोला नीचे दिखाई देंगा, जिस पर हम एक बार में दो पर्सेंट का टेस्ट कर सकते हैं.
Step 3.
अब इस चारों सर्कल में 50-50 माइक्रोलीटर सिरम डालें.
उसके बाद चारों सर्कल में 1-1 drop विडाल के एंटीजन डालें और मिक्स करें.
Step 4.
फिर यदि इस सर्कल में अग्लूटीनेशन होगा अर्थात फटा-फटा सा या छोटे-छोटे दाने जैसा दिखाई देगा तो उसका मतलब समझ लीजिए कि यह Positive रिजल्ट है अर्थात उस मरीज के शरीर में टाइफाइड का बैक्टीरिया है और उसे टाइफाइड हुआ है.परन्तु इसका स्पष्ट पता लगाने के लिए हमें Titre करना होता है.
इसके लिए salmonella typhi के प्रकार –
Salmonella typhi ‘O’ , Salmonella typhi ‘H’ या Salmonella Paratyphi ‘AH’ और Salmonella Paratyphi ‘BH’ के जिस circle मे Agglutination आ रहा हो,उसका Titre लगाते हैं.
जैसे कि मान लीजिए, ‘O’ और ‘H’ में Aagglutination हो रहा है तो हम ‘O’ और ‘H’ का ही dilution लेगें. जो इस प्रकार होता है –
Dilution serum
1:20 80 microlitre
1:40 40
1:80 20
1:160 10
1:320 5
1:640 2.5
इसमें हम 1:160 को बॉडर लाइन कहतें हैं जहाँ से Dilution (10 microlitre) start करते हैं, क्योकि इससे पहले 1:20 से 1:80 तक Positive आ भी जाए तो उसे Negative माना जाता है.इसलिए 1:160 या इससे अधिक के लिए ही dilution लेकर test करते हैं. यदि 1:160 और इससे ऊपर का Titre करने पर Positive आता है तो इसका मतलब विडाल टेस्ट Positive है और मरीज को टाइफाइड है.
जैसे आप यहाँ देख सकते हो 👉
Widal test results-
Widal test 1:80 means in Hindi –
Widal test 1:160 means in Hindi –
कई बार टाइफाइड के रिजल्ट फॉल्स पॉजिटिव भी आ जाता है और टाइफाइड ठीक होने के बाद दोबारा हो सकता है इसलिए टाइफाइड की जांच दोबारा करा सकते हैं.
जब बुखार 1 सप्ताह से ज्यादा समय का हो जाए तो ही आपको या टेस्ट कराना चाहिए क्योंकि तब तक सालमोनेला टायफी बैक्टीरिया के खिलाफ आपके शरीर में एंटीबॉडीज का निर्माण हो जाता है जिसे आसानी से विडाल टेस्ट की पकड़ में आ जाता है.
Widal test in Hindi. |
3.Tube method (widal test in Hindi)-
सबसे पहले Master Solution तैयार करते है जिसके लिए 4 sets में 8 Kahn Tube (3×0.5ml) लेते हैं.
जिसका मतलब है कि कुल 32 Test Tube लेते हैं और इन्हें 4 भागों में बाँट देते हैं और इन्हे मार्कर की सहायता से O,H,AH,BH के नाम से Label कर देते हैं।
अब Micropipette की सहायता से पहले Test Tube मॆ 1.9ml और अन्य सभी Test Tube में 1ml Isotonic Saline या Normal Saline लेते हैं।
- अब पहले Test Tube मॆ 0.1ml Human Serum लेते हैं और Micropipette की सहायता से अच्छे से Mix करते हैं और इसी पहले Test Tube मॆ से 1ml Solution निकाल कर दूसरे Test Tube मॆ डाल देते है और फिर उसे अच्छे से Mix करते हैं।
- अब दूसरे Test Tube मॆ से 1ml Solution निकाल कर तीसरे Test Tube मॆ डाल देते है और फिर उसे अच्छे से Mix करते हैं यह क्रम सातवें Test Tube तक चलता है और आखिरी में बचे Solution को फेंक दिया जाता हैं, इस प्रकार हमारा Master Solution तैयार हो जाता हैं।
- आखिरी के सभी आठवें नम्बर के Test Tube का प्रयोग Saline Control के रुप में करते है जिसमें 1ml Normal Saline डालते हैं।
- अब पहले sets के 1 से लेकर 8 तक के Test Tubes मॆ S. Typhi O Antigen की एक एक बूँद क्रमवत डालते है।
- अब दूसरे sets के 1 से लेकर 8 तक के Test Tubes मॆ S. Typhi H Antigen की एक एक बूँद क्रमवत डालते है।
- अब तीसरे sets के 1 से लेकर 8 तक के Test Tubes मॆ S. Para Typhi AH Antigen की एक एक बूँद क्रमवत डालते है।
- अब चौथे sets के 1 से लेकर 8 तक के Test Tubes मॆ S. Para Typhi BH Antigen की एक एक बूँद क्रमवत डालते है।
- अब सभी Test Tube को अच्छे से Mix करते हैं और कवर से ढककर लगभग 18 घंटों के लिये Room Temperature (37*C) रख देते है।
अब सभी Test Tubes में हुए Agglutination Reaction को Observe करते है।
Result –
Test Tube – 1 2 3 4 5 6 7
Eq.Tube Titer – 1:20 1:40 1:80 1:160 1:320 1:640 1:1280
- यदि Test Tubes 1 में Agglutination Reaction है तो reading 1:20 होगी।
- यदि Test Tubes 2 में Agglutination Reaction है तो reading 1:40 होगी।
- यदि Test Tubes 3 में Agglutination Reaction है तो reading 1:80 होगी।
- यदि Test Tubes 4 में Agglutination Reaction है तो reading 1:160 होगी।
- यदि Test Tubes 5 में Agglutination Reaction है तो reading 1:320 होगी।
- यदि Test Tubes 6 में Agglutination Reaction है तो reading 1:640 होगी।
- यदि Test Tubes 7 में Agglutination Reaction है तो reading 1:1280 होगी।
Note- (यदि 1 से लेकर 3 Test Tubes तक में ही Agglutination Reaction है यानि 1:80 Reading है या इससे भी कम है तो Test Negative है और यदि 4,5,6,7 Test Tubes में Agglutination Reaction है यानि 1:80 से अधिक Reading है तो Test Positive है।)
विडाल टेस्ट की कीमत (price) कितनी होती है.
सभी तरह के Laboratory ने विडाल टेस्ट की कीमत अलग-अलग होती है, जो कि 200 से ₹300 तक हो सकती है. यह लैब के गुणवत्ता और लैब की व्यवस्था पर निर्भर करती है और यदि विडाल टेस्ट के साथ अन्य टेस्ट भी शामिल हो तो इसमें और भी ज्यादा खर्चे हो सकते हैं.
FAQ for Widal test in Hindi –
शारांश (widal test in Hindi)-
दोस्तों आज के इस पोस्ट “widal test kya hota hai in Hindi ” में आपने सीखा विडाल टेस्ट क्या होता है, विडाल टेस्ट कैसे किया जाता है और विडाल टेस्ट क्यों किया जाता है इन सभी विषयों पर मैं आज आपको कुछ जानकारी देने की कोशिश किया हूं. आशा करता हूं, आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा और यदि आपको मेरे इस पोस्ट से थोड़ी भी जानकारी मिली हो तो आप अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर जरूर करें और इसी तरह के जानकारी के लिए इस ब्लॉग पर विजिट करें पढ़ते रहे…धन्यवाद…