यूरिक एसिड टेस्ट क्या है | Uric acid test in Hindi.
आज के इस पोस्ट “Uric acid test in Hindi ” के माध्यम से आप जानेंगे कि uric acid test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है.uric acid का नार्मल रेंज कितना होता है और इसके घटने या बढ़ने से क्या होता है. इसके अलावा आपको uric acid से जुड़ी और भी जानकारीयों को जानेंगे तो आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेगें और समझेंगें.
Uric acid test in Hindi. |
Uric acid test क्या होता है? (What is uric acid test in Hindi)
Uric acid test एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है जो हमारे शरीर में uric acid की मात्रा का पता लगाने के लिए किया जाता है.uric acid प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है. जब यूरिक एसिड का सही से पाचन नहीं होता है और यह हमारे शरीर से बाहर नहीं निकलता है तो शरीर में यूरीक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है.जिससे कई प्रकार का रोग होता है.
Uric acid test क्यों किया जाता है?
Uric acid का टेस्ट खासकर gout यानि गठिया रोग का पता लगाने के लिए किया जाता है.इसके अलावा किडनी से जुड़ी समस्या में और किडनी सही से काम कर रही है या नहीं इसका पता लगाने के लिए भी uric acid test किया जाता है.यदि किसी व्यक्ति का गठिया की इलाज चल रहा है तो दवाई का असर पता करने के लिए भी यह टेस्ट कराया जा सकता है.
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Uric acid test कब कराया जाता है?
Uric acid का टेस्ट कराने की सलाह डॉक्टर द्वारा तब दी जाती है जब डॉक्टर को यह लगता है कि मरीज को गठिया रोग है या इससे जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. गठिया रोग के लक्षण हैं –
- जोड़ों में दर्द
- चलने में कठिनाई होना
- कमर दर्द
- जोड़ो में अकड़न
- जोड़ों की सूजन
- जोड़ों के आस-पास की त्वचा लाल होना या त्वचा का रंग फीका पड़ जाना
- जोड़ छूने पर गर्म महसूस होना
- सूजन व जलन जो शरीर के किसी एक ही जोड़ को प्रभावित करती हो,
- त्वचा जो चमकदार लाल या बैंगनी रंग की दिखाई दे रही हो,
- पैर की बड़ी उंगलियों, टखनों या घुटनों में दर्द व सूजन,
यदि आप गठिया रोग से ग्रसित हैं तो आपको इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं और यदि आपको ज्यादा गंभीर लक्षण दिखाई दे तो इस स्थिति में डॉक्टर से जरूर दिखाना चाहिए.
Uric acid test कराने से पहले क्या करें?
Uric acid test कराने से पहले किसी खास तरह के तैयारीयों की जरूरत नहीं होती है परन्तु यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो उसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें.
क्योंकि कुछ दवाईयों के कारण टेस्ट का परिणाम प्रभावित हो सकता है. इसलिए जब आप किसी डॉक्टर के पास जाए तो उसे अपने स्वास्थ्य और दवाइयों के बारे में पूरी जानकारी जरूर दें. ताकि डॉक्टर आपके बीमारी को समझ सकें और आपका ईलाज सही से कर सकें.
Uric acid test कैसे किया जाता है?
Uric acid test करने के लिए आपके बाजू से ब्लड सैम्पल लिया जाता है और फिर लैब में जाँच किया जाता है.जो कि automated analyzer या semi auto analyzer से भी किया जाता है.इस टेस्ट को colorimeter के द्वारा भी किया जाता है.
Uric acid test कराने के जोखिम –
Uric acid test कराने के कोई खास जोखिम नहीं होती है.हो सकता है कि जब आप ब्लड सैम्पल दे रहे हो तो उसके बाद आपको थोड़ी कमजोरी,चक्कर आना या ब्लड सैम्पल लेने वाली जगह से हल्का खून आने जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए ब्लड सैम्पल देने के बाद थोड़ी देर बैठ कर आराम कर ले उसके बाद ही आप कहीं जाए.
Uric acid test के नॉर्मल रेंज और परिणाम –
Uric acid test का नार्मल रेंज महिलाओं तथा पुरुषों में अलग अलग होता है. जो सामान्यतः पुरूषों में 4-6 mg/dl और महिलाओं में 5-8 mg/dl हो सकता है. यह अलग-अलग लैबों के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है.
समान्य परिणाम –
यदि uric acid test का परिणाम पुरूषों में 4-6 mg/dl और महिलाओं में 5-8 mg/dl के बीच आता है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति का uric acid लेवल समान्य है और उसे गठिया की समस्या नहीं है.
असमान्य परिणाम –
यदि किसी व्यक्ति का uric acid का परिणाम नॉर्मल रेंज से कम या ज्यादा आता है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति का uric acid परिणाम असमान्य है और उसे गठिया रोग है या किडनी से जुड़ी समस्या है.
Uric acid के बढ़ने के कारण –
यूरिक एसिड का स्तर अधिक (Hyperuricemia) है तो इसके निम्न कारण हो सकते हैं –
- एसिडोसिस (Acidosis),
- शराब की लत (Alcoholism),
- कीमोथेरेपी से संबंधित दुष्प्रभाव (Chemotherapy-related side effects),
- डायबिटीज (Diabetes),
- अत्यधिक व्यायाम (Excessive exercise)
- गाउट (Gout),
- हाइपोपैराथायरॉइडिज्म (Hypoparathyroidism),
- सीसा विषाक्तता (Lead poisoning),
- ल्यूकेमिया (Leukemia),
- सिस्टिक किडनी रोग (Cystic kidney disease),
- नेफ्रोलिथियासिस (Nephrolithiasis),
- पॉलीसाइथेमिया वेरा (Polycythemiavera),
- प्यूरिन में उच्च आहार (Purine-rich diet),
- गुर्दे फेल होना (Renal failure),
गर्भावस्था में विषरक्तता (Toxemia of pregnancy), इत्यादि
Uric acid कम होने के कारण –
यूरिक एसिड का सामान्य से कम स्तर होने का कारण निम्न हो सकता हैं-
- कम प्यूरिन वाले आहार (Low purine diet)
- विल्सन रोग (Wilson disease)
- कुछ प्रकार की दवाएं, जो यूरिक एसिड टेस्ट के रिजल्ट को प्रभावित कर सकती हैं, जैसे-
- एस्पिरिन व अन्य दवाएं जिसमें सिलीसिलेट होता है.
Uric acid test की कीमत कितनी होती है?
Uric acid test की कीमत अलग-अलग लैबों में अलग-अलग होती है जो सामान्यतः 150-350 रूपए तक हो सकती है. यह आपके द्वारा चुने गए लैबों पर निर्भर करता है.जब भी आप किसी प्रकार का टेस्ट कराए तो एक अच्छे लैब में ही कराए ताकि टेस्ट का रिज़ल्ट अच्छा हो और सही से बीमारी का पता लगाया जा सकें.
Conclusion (uric acid test in Hindi) –
आज के इस पोस्ट “Uric acid test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि uric acid test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि uric acid के घटने या बढ़ने से क्या होता है.इसके आलावा आपने uric acid test से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों को जाना.
आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. धन्यवाद