Semen analysis test in Hindi | sperm count test in Hindi.

Semen analysis test in Hindi | sperm count test in Hindi. 

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस पोस्ट “semen analysis test in Hindi ” में.आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि semen analysis test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आप जानेंगे कि semen analysis test कैसे किया जाता है और इसका नॉर्मल रेंज कितना होता है. इसके अलावा आप semen analysis test से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारीयों के बारे में जानेंगे. तो चलिए सबसे पहले जानतें हैं कि semen analysis test क्या होता है? 

Semen analysis test (वीर्य) क्या होता है? (What is Semen analysis test in Hindi). 

सीमेन (स्पर्म) टेस्ट (semen (sperm) test) एक व्यक्ति के शुक्राणु के स्वास्थ्य और उसकी जीवन क्षमता की जाँच करने की एक प्रक्रिया हैं.मुख्य रूप से इस टेस्ट का उपयोग पुरुष बांझपन का पता लगाने के लिए किया जाता है.सीमेन एनालिसिस टेस्ट (semen analysis test) को अनेक नामों से जाना जाता है, जैसे – स्पर्म काउंट टेस्ट (sperm count test), पुरुष बांझपन परीक्षण (Male Infertility Test) आदि.

वीर्य (semen) पुरुषों में स्खलन के दौरान निकलने वाला एक द्रव होता है, जिसमें शुक्राणु और विभिन्न प्रोटीन पदार्थ होते हैं.एक सीमेन एनालिसिस टेस्ट (semen (sperm) analysis test) के द्वारा वीर्य के नमूने में शुक्राणु के स्वास्थ्य से सम्बंधित निम्न कारकों की जानकारी प्राप्त की जाती है-

  1. शुक्राणु की संख्या (Number of sperm)
  2. शुक्राणु का आकार (shape of the sperm)
  3. स्पर्म गतिशीलता (sperm motility)

शुक्राणु जाँच (sperm test) पुरुषों में शुक्राणु के स्वास्थ्य का परीक्षण करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसमें सम्बंधित पुरुष के वीर्य के नमूने की आवश्यकता पड़ती है और फिर सम्पूर्ण परीक्षण के दौरान नमूने का विश्लेषण प्रयोगशाला में किया जाता है.

Semen analysis test क्यों किया जाता है? 

Semen analysis test मुख्य रूप से semen की संख्या,आकार और गतिशिलता का पता लगाने के लिए किया जाता है.इसके साथ ही इस टेस्ट के द्वारा पुरूष बांझपन की समस्या का पता लगाया जाता है. इसके अलावा कई स्थितियों का पता लगाने के लिए भी यह जांच किया जाता है.

Semen analysis test कब कराए? – 

जब कोई कपल एक साल से अधिक समय से बिना किसी गर्भनिरोधक के प्रयोग से संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहा हैं लेकिन गर्भधारण नहीं हो रहा है,ऐसी स्थिति में उच्चस्तरीय लेब में दोनाो की semen analysis test करवानी चाहिए.इसके अलावा इन स्थितियों में भी semen test कराने की सलाह दी जाती है. जैसे कि –

  • वृषण में गांठ या दर्द होने पर 
  • वृषण में सूजन होने पर 
  • कामोत्तेजना में कमी 
  • शीघ्र वीर्यपतन होने के कारण 
  • सेक्स सम्बन्धित समस्या होने पर 
  • पहले कभी वृषण या सेक्स सम्बन्धी समस्या हुई हो तो 
  • वृषण में चोट लगा हो या दर्द हो तो 

इस तरह की समस्या होने पर semen analysis test कराने की सलाह दी जा सकती है. 

Semen analysis test कराने से पहले क्या करें? 

Semen analysis test करने के लिए, आपको semen का सैम्पल देना होता है, जिससे आपका semen analysis test किया जाता है. परन्तु एक सटीक और अच्छे परिणाम के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.जो इस प्रकार है –

Semen analysis test कराने से 2 से 3 दिन पहले तक या 24 से 48 घंटे तक स्खलन (वीर्यपतन) ना करें. 

यदि आप किसी दवाइयों का सेवन कर रहें हैं तो उसके बारे में डॉक्टर को बताए और उसका सेवन भी रोक दे. 

यदि आप कोई हार्मोन की गोलियां खा रहे हैं तो उसका सेवन भी बंद कर दें. 

बिना डॉक्टर की सलाह के किसी दवाई का सेवन ना करें. 

Semen analysis test के लिए अच्छा सैम्पल प्राप्त कैसे करें? 

एक अच्छा semen sample प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के वीर्य के सैम्पल की आवश्यकता होती है.वीर्य नमूना प्राप्त करने के लिए डॉक्टर उस पुरुष के लिए निम्न तरीकों का सुझाव दे सकता है-

  • हस्तमैथुन का उपयोग कर वीर्यपात करने के लिए 
  • एक कंडोम का प्रयोग कर सेक्स कर करके या 
  • बिजली का प्रयोग कर स्खलन को उत्तेजित करके 
  • वीर्य का स्वच्छ नमूना प्राप्त करने के लिए हस्तमैथुन को सबसे उत्तम तरीका माना जाता है.

वीर्य का नमूना लेने के बाद, इसे तुरंत प्रयोगशाला में भेजा जाता है.इस प्रक्रिया में सूक्ष्मदर्शी के तहत नमूने की जांच की जाती है, और परीक्षणों की एक श्रृंखला तैयार की जाती है. जिसके तहत शुक्राणु की गति, आकार, आयतन, पीएच (ph) स्तर और शुक्राणु की संख्या आदि की जाँच की जाती है.वीर्य विश्लेषण (semen analysis) के सटीक परिणाम को प्राप्त करने के लिए कंप्यूटर सहायक उपकरण अधिक उचित होते हैं.

Semen analysis test कैसे किया जाता है? 

Semen analysis test करने के लिए वीर्य का सैम्पल लिया जाता है. जिसे लैब में माइक्रोस्कोपी टेस्ट करने के बाद पूरा किया जाता है. इस टेस्ट में पुरूष के वीर्य का सेम्पल लेकर निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाता है-

Semen analysis test का परिणाम और नार्मल रेंज कितना होता है? 

Semen analysis test के समान्य परिणाम में निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाता है और देखा जाता है. जैसे कि –

मात्रा- वीर्य में मौजूद शुक्राणुओं की संख्या कितनी है.निषेचन के लिए शुक्राणुओं की संख्या सबसे महत्वपूर्ण होती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पुरूष के शुक्राणुओं की मात्रा 15 मीलियन प्रति एमएल से अधिक है तो यह सामान्य माना गया है, लेकिन इससे कम होने पर प्राकृतिक रूप से पिता बनने में समस्या आ सकती है.

गतिशीलता शुक्राणुओं की गतिशीलता कैसी है.यदि किसी पुरूष के शुक्राणुओं की संख्या तो अच्छी है लेकिन कम ही शुक्राणु गतिशील हैं या उनकी गति कम है तो वे ट्यूब में मौजूद अण्डे तक पहुंच नहीं पाएंगे जिससे निषेचन नहीं हो पाएगा.

बनावट- शुक्राणुओं का आकार.इनकी संरचना में किसी तरह का विकार होने पर निषेचन नहीं हो पाता है.पिछले एक दशक में जीवनशैली, प्रदूषण, रेडिएशन से शुक्राणुओं के आकार में विकार की समस्या बढ़ गयी है.

अगर शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता अच्छी है लेकिन बनावट सही नहीं है तो भी गर्भधारण में रूकावट आती है.नवीन तकनीक में प्रत्येक शुक्राणु के डीएनए की स्थिति भी देखी जा सकती है.

जीवित शुक्राणु – जीवित शुक्राणुओं की संख्या कितनी है. यदि कुल शुक्राणुओं की संख्या अच्छी है लेकिन मृत ज्यादा हैं और जो जीवित हैं उनमें भी गतिशीलता, बनावट में समस्या है तो यह चिंता का विषय है.

पुरूष निःसंतानता के मामलों में शुक्राणुओं की मात्रा, गतिशीलता व बनावट के अनुरूप उपचार प्रक्रिया निर्धारित की जाती है.

Semen analysis test की कीमत कितनी होती है? 

Semen analysis test एक बहुत ही महत्वपूर्ण टेस्ट है. अत: इस तरह के टेस्ट किसी अच्छे और प्रतिष्ठित लैब में ही कराना चाहिए. Semen analysis test की कीमत अलग-अलग लैबों के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है जो समान्यत: 600-750 रूपए तक में हो जाता है.जो व्यक्ति अपने सुविधा के अनुसार कभी भी करा सकते हैं. 

Conclusion (semen analysis test in Hindi) –

आज के इस पोस्ट “semen analysis test in Hindi ” के माध्यम से आपने जाना कि semen analysis test क्या होता है और यह क्यों किया जाता है. साथ ही आपने जाना कि semen की नॉर्मल रेंज कितना होना चाहिए, यह कब कराया जाता है और इस टेस्ट को अच्छे से कराने के लिए क्या करना चाहिए और इसका कीमत कितना होता है.

आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा और यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो आपनी राय कमेंट करके जरूर बताए. धन्यवाद. 

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