Sukranu badhane ki dawa in hindi |Sukranu badhane ki ayurvedic dawa -शुक्राणु बढ़ाने के उपाय
Sukranu badhane ki dawa in Hindi. |
हेलो दोस्तों आज मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि sukranu badhane ki dawa in Hindi. शुक्राणु क्या होता है ? शुक्राणु की कमी क्यों होती है और शुक्राणु बढ़ाने की दवा, शुक्राणु आयुर्वेदिक तरीके से हम कैसे बढ़ा सकते हैं आज हम इन सब के बारे में बताने वाले हैं
सबसे पहले हम दोस्तों जानते हैं ..
शुक्राणु क्या है?
Sukranu |
दोस्तों ,शुक्राणु जिसे हम इंग्लिश में स्पर्म कहते हैं यह शब्द यूनानी शब्द “स्पर्मा” से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है” बीज” जिसका अर्थ पुरुष की प्रजनन कोशिकाओं से है| विभिन्न प्रकार के यौन प्रजनन हो जैसे anisogamy और oogamy मैं एक अंतर है जिसमें छोटे आकार के युग्मक नर या शुक्राणु कोशिका कहा जाता है|
पुरुष शुक्राणु अगुणित होते है इसलिए रूस के 23 गुणसूत्र माता के अंडाणु ओके प्रेस गुणसूत्रों के साथ मिलकर द्विगुणित बना सकते हैं |शुक्राणुओं का निर्माण टेस्टिस में होता है इसी के कारण एक महिला मां बनती है |
दोस्तों कई बार ऐसा होता है की हमारे समाज में बच्चे ना होने पर शक की सुई औरतों पर ही घूमती है जबकि हकीकत यह है कि पुरुषों में भी शुक्राणुओं की कमी के कारण वह मां नहीं बन पाती है|
शुक्राणुओं की कमी के क्या- क्या कारण हो सकते हैं?
पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी के क्या क्या कारण हो सकते हैं? और आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका इलाज कैसे और कब तक किया जा सकता है? यह सब आज मैं आपको बताने वाला हूं तो सबसे पहले हम जानते हैं की शुक्राणुओं की कमी के क्या क्या कारण है?
- वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कमी
- मानसिक व भावनात्मक तनाव
- अल्कोहल का अत्यधिक सेवन करना
- अधिक धूम्रपान करना
- यौन जनित रोग हिरनिया या हैड्रोसिल का होना
- पिट्यूटरी ग्लैंड का ट्यूमर
- शिशन में स्तंभन नहीं या जल्दी शिथिल हो जाना
- केमिकल संस्थानों में कार्य करना
- टाईट अंडरवियर पहनना
- वेरीकोसिल डिजीज होना
- बीमारी के कारण स्टीरॉयड या एंटीबायोटिक का सेवन करना
शुक्राणुओं की जांच कैसे करे?
शुक्राणु जांच में पाए जाने वाले स्पर्म काउंट को देखा जाता है स्पर्म काउंट का मतलब है प्रति मिलीलीटर वीर्य में शुक्राणु कितने हैं साथ ही यह भी देखा जाता है कि उसकी क्वालिटी कैसी है व उसमें कोई असामान्य बात तो नहीं है|
- मूत्र जांच:- इस जांच में मुख्य रूप से यह देखा जाता है कि मित्र में कोई इंफेक्शन तो नहीं है|
- रक्त जांच :-या जांच टेस्टोरोन हार्मोन का संतुलन देखने के लिए क्या जाता है|
- बायोप्सी :-यदि स्पर्म काउंट कम होते हैं तो टेस्टिकुलर बायोप्सी कराई जाती है यह देखने के लिए कि इस पर में बन रहा है या नहीं यदि बन रहा है और निकल नहीं रहा है तो यह सर्जरी का केस होता है मेडिसिन का नहीं अतः इस स्थिति में आप जल्द से जल्द दवा का सेवन ना करें|
शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा-आयुर्वेद से करें शुक्राणु का इलाज
- वाजीकरण therapy -आयुर्वेद में यह एक ऐसी थेरेपी है जिसमें शरीर को 7 भागों में बांटा गया है यह है -रस ,रक्त, मांस, मेघ(वसा), अस्थि, मज्जा और सीमन( शुक्राणु)| इसलिए ऐसी दवा दी जाती है जो वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या को तो बढ़ाएं ही साथ ही अन्य धातुओं को भी ठीक रखने और शक्ति वर्धक बनाने में कारगर हो|
शुक्राणु बढ़ाने के घरेलू उपाय-
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए जो दबाएं डॉक्टर देते हैं उनमें से कुछ यह हैं जैसे कि अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली ,सालम पंजा ,सालम मिश्री, क्रौंच बीज और विदारीकंद और सोना चांदी लो भस्म इत्यादि हैं|
एनिमा:- पुरूषों में बांझपन दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवा से बना एनिमा भी दिया जाता है जिससे शुक्राणुओं की संख्या बढ़ सके|
आहार:- भोजन में पौष्टिक चीजों का प्रयोग करना चाहिए जैसे कि दूध भी खजूर चीकू सेब संतरा सूखे मेवे उड़द की दाल इत्यादि|
परहेज करें:-
मिर्च मसालेदार चीजों से परहेज करना चाहिए और हर महीने शुक्राणु जांच किया जाना चाहिए जिससे पता चल सके कि शुक्राणुओं की संख्या में कितनी बढ़ोतरी हो रही है 3 से 6 महीने में क्या फायदा होता है और आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगी|
शुक्राणु बढ़ाने के आयुर्वेदिक नुस्खे-
- सुबह नाश्ते में एक अकेला एक तोला देसी घी के साथ खासकर ऊपर से दूध जरूर पिए दोपहर के बाद दो केले आधा खजूर एक चम्मच देसी घी खाकर दूध पिए इससे वीर्य बढ़ता है|
- अश्वगंधा सतावर आंवला और सफेद मूसली को समान मात्रा में ले और कूटकर उसका चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को आप सुबह शाम दूध के साथ सेवन करें इससे आपके शुक्राणुओं की संख्या में ज्यादा वृद्धि होगी|
- असली वंशलोचन एवं गिलोय का समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को 2 ग्राम शहद में मिलाकर लगातार एक महीने तक सेवन करें इससे आपके वीर्य की मात्रा बढ़ेगी|
- शहद और दूध मिलाकर पीने से वीर्य एवं शुक्र की वृद्धि होती है|
- शतावरी को कूटकर कपड़े से छान लें और उस का चूर्ण बना लें एक चम्मच खाकर ऊपर से पावर दूध पीने से आपको लाभ मिलेगा|
- दूध में छुहारा एवं गोला उबालकर पीने से शुक्राणुओं में वृद्धि होती है|
- पके हुए केले सुखाकर चूर्ण बना ले और इस चूर्ण को दूध के साथ सेवन करने से आपको अत्यधिक लाभ मिलेगा|
- दो चम्मच प्याज प्याज के रस में दो चम्मच शहद मिला दीजिए और प्रतिदिन सुबह खाली पेट इसका सेवन कीजिए इससे लगातार 1 से 2 महीने तक करें तो आपकी शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होगी|
- दालचीनी का चूर्ण रात में सोते समय 2 ग्राम की मात्रा में गर्म दूध के साथ सेवन करें|
अश्वगंधा शतावरी ताल मखाना कौंच के बीज इन सभी को समान मात्रा में लेकर कूट लें और फिर कपड़े से छानकर चूर्ण बना ले और 2 ग्राम चूर्ण एक पाव दूध में उबालकर सुबह-शाम पीएं इससे आपको लाभ मिलेगा|
Note-दोस्तों आपने इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि हम शुक्राणु को कैसे बढ़ा सकते हैं यानी कि शुक्राणु बढ़ाने की दवा इन हिंदी मेरी आपसे अनुरोध है कि आप इन उपायों को करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले.
दोस्तों यह पोस्ट आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं और साथ ही अगर आपको लगता है कि इसमें कुछ सुधार होना चाहिए या फिर कुछ और ऐड करना चाहिए तो आप हमें नीचे कमेंट कर जरूर बताएं धन्यवाद……
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