Symptoms of malaria in Hindi | मलेरिया क्या है.

 Symptoms of malaria in Hindi | मलेरिया क्या है? – पूरी जानकारी हिन्दी में 

Symptoms of malaria in Hindi
Symptoms of malaria in Hindi .

 नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉग में, आज हम बात करने वाले हैं “Symptoms of malaria in Hindi “अर्थात मलेरिया के क्या-क्या सिम्टम्स होते हैं, मलेरिया क्यों होता है,मलेरिया किस मच्छर के काटने से होता है और मलेरिया से हम कैसे अपना बचाव कर सकते हैं.इससे हमारे शरीर का कौन सा अंग प्रभावित होता है साथी हम और भी कई सारी जानकारी आज के इस पोस्ट के माध्यम से जाने वाले हैं तो आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को अच्छे से पढ़ेगें और समझेंगे.

 कई बार ऐसा होता कि हमें बुखार आती है और सर्दी खांसी होती है तो हम से एक नॉर्मल बुखार समझ कर उसका इलाज खुद ही कर लेते हैं और दवाई खा लेते हैं.कभी-कभी यह  नॉर्मल बुखार होता है तो -ठीक भी हो जाता है परंतु यदि आपका बुखार ठीक नहीं हो रहा है. सर्दी के साथ बुखार हो रही आ रही है,सिर दर्द कर रहा है और कई लक्षण जो आम तौर पर सामान्य बीमारी बुखार में नहीं देखी जाती है यह सभी देखने को मिलती है तो आप सचेत हो जाएं और अपने डॉक्टर से इसका इलाज जरूर कराएं.

    Malaria क्या है? 

    मलेरिया एक संक्रमित बीमारी है जो हमें बुखार के साथ आती है.जो मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है, इस मादा एनाफिलीज मच्छर में “प्लाज्मोडियम” होता है.जो किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटने से उसके शरीर में प्रवेश कर जाता है और यह धीरे-धीरे अपनी संख्या में वृद्धि करते-करते व्यक्ति को बीमार बना देती है. मलेरिया मुख्य चार चार प्रकार का होती है. जिसमें से इंडिया में दो तरह के मरीज पाए जाते हैं Plasomodium falciparum और Plasomodium vivax इन दोनों के मरीज इंडिया में पाए जाते हैं.

    मलेरिया कितने प्रकार का होता है?

    मलेरिया मुख्यता चार प्रकार का होता है इसमें से भारत में या एग्जाम में मुख्यता दो तरह के मलेरिया के मरीज देखने को मिलते हैं मलेरिया के प्रकार-

    1. Plasomodium Falciparum
    2. Plasomodium Vivax 
    3. Plasomodium malarie
    4. Plasomodium ovale

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    Malaria रोग कैसे होता है? 

    जब मादा एनाफिलीज मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटती है, तो वह “प्लाज्मोडियम” नामक परजीवी को मनुष्य के शरीर में छोड़ देती है (जो मादा एनाफिलीज के शरीर में पाया जाता है). 

    जो मनुष्य के शरीर में पहुंचकर लीवर में अपना स्थान बनाती है और धीरे-धीरे अपनी संख्या में वृद्धि करते जाती है और इस तरह मनुष्य के लीवर और आरबीसी को डैमेज करती है जिससे मनुष्य का स्वास्थ्य धीरे-धीरे खराब होने लगता है और वह मलेरिया का शिकार हो जाता है.

     पुनः यदि कोई मच्छर, मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को काटता है तो उस मच्छर में वह परजीवी चला जाता है और फिर वह मच्छर जिस व्यक्ति को काटता है वह व्यक्ति भी मलेरिया से संक्रमित हो जाता है. 

    इस तरह से मलेरिया चक्र चलता रहता है.तो अब सवाल आता है कि हम मलेरिया के लक्षण को कैसे पहचाने और मलेरिया से अपना बचाव कैसे करें. आगे आप को उनके बारे में भी बताता हूं.

    Malaria के लक्षण (Malaria ke lakshan) –

     मलेरिया से ग्रसित लोगों ने निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं जिसके आधार पर आप मुझे मालूम कर सकते हैं की उसे मलेरिया है या नहीं है मलेरिया के लिए कई सारे टेस्ट भी किए जाते हैं जिससे यह साबित हो जाता है व्यक्ति को मलेरिया है या नहीं है.

    •  अत्यधिक तेज बुखार 
    • सिर दर्द 
    • सर्दी खांसी
    •  ठंड के साथ बुखार आना 
    • उल्टी होना 
    • कमजोरी महसूस होना 
    • चक्कर आना

     इस तरह के कई लक्षण आपको दिखाई दे सकते हैं कई बार ऐसी स्थिति में व्यक्ति के मूत्र और शरीर का रंग हल्का पीला भी होने लगता है. जब यह बीमारी अत्यधिक बढ़ने लगती है इसलिए यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई दे या बुखार हो तो आप अपने डॉक्टर से इनके सलाह जरूर लें और स्वस्थ रहें. 

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    Malaria test कैसे किया जाता है? 

    Malaria test करने के लिए बहुत सारे तरीके हैं परन्तु आज हम सिर्फ दो प्रमुख तरीको के बारे में जानेंगे और पढ़ेगें कि यह टेस्ट कैसे किया जाता है. मलेरिया टेस्ट में दो प्रमुख तरीके से किया जाता है-

    1. Rapid antigen kit जो कार्ड के द्वारा होता है और दूसरा 
    2. Peripheral blood film (smear) बनाकर – आपके ब्लड के द्वारा smear बनाया जाता है जिसे माइक्रोस्कोप से अच्छे पैथोलॉजिस्ट द्वारा जांच किया जाता है और फिर पता लगाया जाता है कि आपको किस प्रकार की मलेरिया है.
    इस प्रकार के टेस्ट में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. तो चलिए अब जानते हैं  मलेरिया की जांच कैसे करें.

    Rapid antigen kit से malaria की जॉच कैसे करें? 

    Rapid antigen  किट से मलेरिया की जांच करने के लिए पेशेंट की ब्लड सैंपल और मलेरिया  कीट की आवश्यकता होती है.जिसमे बफर वाटर रहता है. 

     सबसे पहले अच्छे तरीके से kit निकाल ले, जिसमें आपको मलेरिया Kit रहेगा और उसमें बफर वाटर भी साथ में होता है. जो आपको कुछ इस तरह का दिखाई देगा.

    Symptoms of malaria in Hindi

     अब आपको मलेरिया की Kit पर गोलाकार आकार  का दिखाई देगा जिसमें आपको ब्लड सैंपल डालना होता है. दो से तीन ड्रॉप ब्लड सैंपल इस गोलाकार पॉइंट पर डालें.

    Symptoms of malaria in Hindi  ,Malaria test

     फिर ब्लड डालने के बाद बफर वाटर दो से तीन बून्द डालें ताकि ब्लड अच्छी तरह से फैल सके आगे बढ़ सके.

    Symptoms of malaria in Hindi

     इसके बाद आपको 10 से 15 मिनट तक इंतजार करना है तब जाकर आप देख सकते हैं कि इसमें कोई  रेड लाइन बना है या नहीं. जैसे आप इस फोटो में अच्छी तरह से देख सकते हैं.

    Symptoms of malaria in Hindi

     यदि रेड(लाल) या पिंक लाइन “C”पर बन रहा हो तो इसका मतलब उस पेशेंट को मलेरिया नहीं है और यदि यह लाइन “Pf” या “Pv”  पर बन रहा हो तो इसका मतलब है कि उस पेशेंट को मलेरिया है. कभी दोनों पर यह लाइन दिखाई देते हैं इसका मतलब है कि उसे दोनों तरह की मलेरिया की बीमारी है.

    Malaria से बचाव कैसे करें? 

     कहा जाता है कि”Prevention is better than cure”अर्थात कोई भी रोग होने से पहले हम उसका बचाव करें और बचाव के तरीकों को अपनाएं ताकि वह रोग हम होने ही ना दें. इसलिए किसी भी रोग से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम उस रोग से बचाव के तरीकों पर ध्यान दें तो चलिए जानते हैं मलेरिया से बचाव कैसे करें.दोस्तों मलेरिया से बचाव के लिए आप ऐसा कर सकते हैं-

    •  मलेरिया का मच्छर साफ पानी में फैलता है जो सामान्यता हमारे घरों में उपयोग होने वाले कूलर के पानी इकट्ठे रहने के कारण उसमें मलेरिया के मच्छर पनप सकते हैं आप उन पानियों को बराबर बदलते रहे साथी वहां साफ सफाई करते रहें.
    •  समय-समय पर अपने घर में मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव कर आते रहे
    •  सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें ताकि मच्छर आपको काटना सके
    •  फुल बाजू वाले शर्ट पैंट का पहने.
    •   अपने घर के आस-पास साफ सफाई रखें और आसपास गड्ढे ना में पानी जमा न होने दें और उसके हिसाब सफाई करते रहे.

     इस तरह सावधानियां बरतकर आप अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं और अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं इसलिए ध्यान दें और इन सभी बातों को अपना और स्वस्थ रहें.

    Malaria test price .

     मलेरिया टेस्ट के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कराने पर कार्ड के द्वारा कराने पर इसका प्राइस 200 से ₹300 होता है और यदि साथ में आप इसमें हर द्वारा भी इसका टेस्ट करवाते हैं तो कुल मिलाकर 300 से ₹400 में मलेरिया का यह दोनों टेस्ट हो जाता है.

    आपने सीखा –

     दोस्तों आशा करता हूं आपको यह पोस्ट से कुछ ना कुछ जानकारी जरूर मिली होगी जिससे अब आप समझ गए होंगे कि मलेरिया क्या है मलेरिया कितने प्रकार होते हैं और मलेरिया से हम अपने आप को कैसे बचा सकते हैं या इसके मलेरिया से बचाव करने के कौन-कौन से तरीके साथिया अपने जाना कि मलेरिया टेस्ट कैसे किया जाता है और इसका प्राइस कितना होता है यदि आप कोई अच्छा लगा हो तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों जरूर शेयर करें ताकि हमारे इस वेबसाइट को लगातार विजिट करें ताकि आपको इसी तरह की अच्छी जानकारी मिल सके धन्यवाद…

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